घटना के बाद बरात लेकर आए परिवार और शामिल लोगों में उस समय मातम छा गया। बताया जा रहा है कि बारातियों द्वारा पटाखे चलाते समय उड़ी चिंगारी नजदीक स्थित गेहूं के खेत में जा गिरी, जिससे खेत में रखे घास में आग लग गई। आग भड़कती देख उसे बुझाने बारात में शामिल विनोद और अजय खेत की तरफ दौड़े। लेकिन बीच में बिना मुंडेर के कुएं में जा गिरे, जिससे दोनों युवकों की मौत हो गई है। बारात में शामिल लोगों का कहना है कि कुएं में दोनो एक साथ गिरे थे, जिसके बाद मौके पर पहुंची रेस्क्यू टीम ने अजय नामक के युवक का शव देर रात को निकाल लिया था, जबकि विनोद पिता रामप्रसाद (24) निवासी चौरासी बड़ायला का शव रविवार सुबह उजाला होने के बाद कुएं से निकाला जा सका।
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मामले को लेकर सैलाना थाना प्रभारी अय्यूब खान का कहना है कि शनिवार रात करीब साढ़े नौ बजे भैंसाडाबर के एक परिवार में पिपलौदा के बड़ौदा से बरात आई थी। बराती पटाखे जला रहे थे। इसी दौरान चिंगारी उड़कर पास के गेहूं के खेत में चली गई। आग ज्यादा नहीं फैले ये सोचते हुए बरात में शामिल लोग उसे बुझाने के लिए दौड़ पड़े। उनमें से दो युवक बीच में बने बिना मुंडेरा का कुएं में जा गिरे। इनमें से एक युवक अजय पिता बाबूलाल (24) का शव कुएं से रात करीब 10 बजे ही निकाल लिया गया था, जबकि दूसरे युवक विनोद का शव रविवार की सुबह रेस्क्यू किया गया। बता दें कि, रात में कुएं के भीतर काफी अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू टीम को विनोद का शव नहीं मिल सका था।
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दो युवकों के कुएं में गिरने की जानकारी मिलने के बाद रतलाम से एसडीआरएफ की टीम भी गांव पहुंच गई थी। टीम के सदस्यों ने कुएं में उतरकर सर्चिंग शुरू की गई। गांव में हादसे की सूचना फैलने के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण कुएं के आसपास पहुंच गए। ऐहतियात के तौर पर पुलिस बल भी गांव बुलाकर कुएं के आसपास तैनात किया गया था।