शासन द्वारा पंचायत चुनाव के पूर्व ऋण माफी करके किसानों को अपनी और आकर्षित करना चाह रही है, यहीं कारण है कि समय बीत जाने के बाद सरकार ने एक बार फिर से छूटे हुए किसानों को योजना में शामिल करने के लिए आवेदन का समय बढ़ाया और फिर छूटे हुए किसानों से संपर्क कर उनके आवेदन जमा कराए गए है। रतलाम जिले में भी अलग अलग विकासखंड वार कुल 1946 नए किसानों के आवेदन फार्म जमा हुए है। अब इन फार्मों की जांच के बाद आगे की कार्रवाई शुरू की जा रही है।
जय किसान फसल ऋण माफी योजना में मुख्य रूप से वे ऋण किसान जिनकी 31 मार्च 2018 की स्थिति में सहकारी बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, राष्ट्रीयकृत बैंक के दो लाख रुपए तक के चालू, कालातीत खातों में बकाया राशि थी व तत्समय आवेदन नहीं कर सके थे, उन किसानों द्वारा योजनांतर्गत आवेदन प्राप्त किए जाने के लिए किसान कल्याण व कृषि विकास विभाग मंत्रालय भोपाल से आदेश प्राप्त हुए थे। उसी के संबंध में उक्त व्यवस्था कर छूटे हुए किसानों को शामिल किया गया था।
जिले में पहले चरण में 63 हजार 626 किसानों के करीब 226 करोड़ रुपए की ऋण माफी हुई थी। करीब 20 हजार किसानों को अगले चरण में 125 करोड़ रुपए करीब की ऋण माफी होना थी। अब नए सिरे जो छूटे किसानों के आवेदन हुए है, उनकी जांच के बाद उनकी राशि का आंकड़ा निकलकर सामने आएगा। 30 जनवरी तक जिले में जनपद पंचायत रतलाम में 799, सैलाना में 140, बाजना में 66, जावरा में 118, पिपलौदा में 302 व आलोट में 156 इस प्रकार कुल 1583 आवेदन प्राप्त हो चुके थे, जबकि अंतिम दिन 31 जनवरी को विभिन्न विकासखंड में जनपद पंचायत स्तर पर 363 आवेदन और जमा हुए है, जिसके बाद कुल किसानों के आवेदनों की संख्या 1583 से बढ़कर अब 1946 तक जा पहुंची है।
शासन द्वारा समय सीमा बढ़ाए जाने के बाद छूटे हुए किसानों में 1946 किसानों के पिंक फार्म जमा हुए है, जिनकी जांच के साथ आगे की प्रक्रिया होगी।
– जीएस मोहनिया, उपसंचालक कृषि विभाग