पढ़ें ये खास खबर- IIM इंदौर के मैनेजमेंट से सुधरेगा मध्य प्रदेश के उद्योगों का तंत्र, 3 साल में होगा बड़ा विकास
ये रहे कारण
प्रदेश के ईएसआई के सदस्य नियोक्ता और स्वयं का अंशदान का करोड़ों रुपए जमा करने के बाद भी चिकित्सा सुविधा नहीं मिल पा रही थी। कई स्थानों पर ईएसआईसी के न तो अस्पताल हैं और न ही डिस्पेंसरी, जहां पर डिस्पेंसरियां हैं, वहां पर चिकित्सक और पेरामेडिकल स्टाफ की काफी कमी है। ऐसे में इन सदस्यों और उनके परिवार को स्वास्थ्य सुविधा को लेकर परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। विशेष कर ईएसआई डिस्पेंसरी बंद होने के बाद जब कोई बीमार हो जाता तो आर्थिक तंगी के चलते उसे भी चिकित्सा सुविधा मिलने में मुश्किल होती थी।
ईएसआईसी का कार्ड तो अनलिमिटेड इनडोर इलाज
इस योजना का लाभ लेने के लिए ईएसआईसी के सदस्यों या परिजन को अपना आईपीआई (ईएसआईसी कार्ड), यूएचआईडी (आधार कार्ड) और फैमेली पास बुक लेकर जाना है, जिसका नर्सिंग होम द्वारा बीआईएस में वैरिफिकेशन किया जाएगा। इसके बाद ईएसआईसी कार्ड धारक की जानकारी आयुष्मान के टीएमएस पोर्टल पर आ जाएगी। इसके बाद पीड़ित का केशलेस इलाज किया जाएगा। इसके लिए आपको किसी प्रकार की राशि देने की जरुरत नहीं पड़ेगी। अगर आप योजना से जुड़े किसी नर्सिंग होम या अस्पताल में भर्ती होते हैं, तो ही इसका लाभ मिल पाएगा। इसके लिए राशि का कोई प्रतिबंध नहीं है। जबकि, आयुष्मान योजना में सिर्फ पांच लाख रुपए तक की लिमिट है।
तीन संस्थाओं ने मिलकर किया एमओयू
ईएसएसआई के सदस्यों को मिलने वाले लाभ के लिए सरकार ने उन्हीं अस्पतालों का चयन किया है, जो आयुष्मान योजना के अंतर्गत स्वास्थ्य लाभ दे रहे हैं। इसमें ईएसआईसी, आयुष्मान और पीएम जन आरोग्य ने एमओयू किया है।
पढ़ें ये खास खबर- 26 जनवरी की खास तैयारी : कर्मनिष्ठ टीम ने केंप लगाकर फ्री में किया पुलिस कर्मियों का हैयर कट
21 हजार की मासिक सैलेरी वाले को मिलेगा लाभ
इस योजना का लाभ उन संस्थाओं फैक्ट्रियों के लोगों को मिलेगा, जहां पर 10 या इससे अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। उनकी मासिक सैलेरी 21 हजार तक है।
सबसे ज्यादा अस्पताल राजधानी भोपाल में
इस योजना के तहत सबसे ज्यादा 120 नर्सिंग होम और अस्पताल भोपाल में जुड़े हैं। इंदौर में ईएसआई का अस्पताल होने से फिलहाल ये सुविधा वहां पर शुरू नहीं हो पाई है।
रतलाम जिले के 35 हजार परिवारों को मिलेगा लाभ
ईएसआई राज्य समिति के सदस्य राजेश तिवारी ने बताया कि, निगम में प्रतिनिधि नियुक्त होने के बाद से श्रमिकों और नियोक्तों द्वारा अंशदान जमा कराने के बाद भी श्रमिक परिवारों को स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल पा रही थी। इसको लेकर ईएसआईसी की बैठक में मुद्दे को उठाते रहे हैं। इसके बाद ही बेहतर चिकित्सा सेवा के लिए आयुुष्मान योजना में जुड़े निजी नर्सिंग होम और अस्पताल को ईएसआईसी से टाई-अप किया गया है। इससे जिले के 35 हजार श्रमिक परिवारों को अच्छी चिकित्सा सेवा मिल सकेगी। इसके लिए रतलाम में दो नर्सिंग होम और एक रेलवे अस्पताल को जोड़ा गया है। हालांकि, ओपीडी के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं।
पढ़ें ये खास खबर- बालिका दिवस विशेष : एक शिक्षक ऐसे भी, जो कन्या पूजन के बाद शुरु करते हैं कक्षा
मजदूर कर्मचारी और उनके परिजन को मिलेगी अच्छी चिकित्सकीय सुविधा
कर्मचारी राज्य बीमा निगम इंदौर के क्षेत्रीय निदेशक केजी सुरेश के मुताबिक, प्रदेश के ईएसआईसी सदस्यों और उनके परिजन को सुपर स्पेशलिटी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए आयुष्मान योजना से जुड़े अस्पतालों से एमओयू किया है। इससे उन्हें वर्तमान में अनलिमिटेड इनडोर (अस्पताल में भर्ती) केशलेस सुविधा 11 जनवरी से शुरू हो गई है। इसका लाभ मजदूर परिवारों को मिलेगा। वो स्वास्थ्य लाभ ले सकेंगे।
बेटियों के सम्मान में आयोजित हुआ कार्यक्रम – video