यात्रियों से इसी के साथ अपील की गई कि वे फूड ऑन ट्रैक मोबाइल ऐप या फिर ecatering. IRCTC .co.in के जरिए ही सफर में खाना मंगाए। इस समय ऑनलाइन ढेरों साइट्स या ऐप मौजूद हैं, जो रेल सफर के बीच खाना मुहैया कराते हैं। कई बार उनके खाने को लेकर शिकायतें आती हैं। ऐसे में यात्री उसे रेलवे की सेवा समझ उसकी शिकायत आईआरसीटीसी से करते हैं, जबकि सच्चाई कुछ और ही होती है। आईआरसीटीसी ने साफ किया है कि उसका स्वयं के एप या वेबलिंक पर अधिकृत बुक हुए भोजन के अलावा किसी निजी संस्था से कोई संबंध नहीं है।
आईआरसीटीसी द्वारा सोशल मीडिया पर किए गए ट्वीट के बाद यात्रियों ने भी विरोध शुरू कर दिया है। रतलाम के अभिषेक शर्मा ने लिखा है कि जब अनाधिकृत है तो उनको ट्रेन के अंदर तक आने की अनुमती ही क्यों दी जाती है। इसी प्रकार इंदौर की सुमन जैन लिखती है की बेहतर तो ये हो की ट्रेन में सिर्फ वो मिले जो रेलवे से अधिकृत हो।