Ratlam में डॉक्टरों ने कहा कोरोना से बचना है तो रोज करें इनका सेवन
रतलाम में कोरोना वारियर्स साबित हो रही है आयुष चिकित्साधिकारी व पैरामेडिकल की टीम, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के तरीके बताए है। जो तरीके बताए है, उनके सेवन करने से कोरोना होने की संभावना कम होगी, क्योंकि इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इन डॉक्टरों ने घरेलू खाद्य सामग्री का उपयोग करके कोरोना से लडऩे की शक्ति मिलेगी यह बात कही है।
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रतलाम. कोरोना वायरस एक वैश्विक महामारी बन चुकी है। भारत भी इस संक्रमक बीमारी से अछूता नहीं रहा है। धीरे धीरे संक्रमित व्यक्तियों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। इस संक्रमण को रोकने के लिए सम्पूर्ण देश में जारी लॉक डाउन के बीच सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है जिले कि आयुष चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ की टीम ने कोरोना से जंग में आयुष विभाग के चिकित्सक और स्टाफ भी लड़ रहा हैं। इन डॉक्टरों ने घरेलू खाद्य सामग्री का उपयोग करके कोरोना से लडऩे की शक्ति मिलेगी यह बात कही है।
VIDEO यात्री ट्रेन चलाने से पहले रेलवे ने जारी की पांच शर्ते इन चिकित्सकों ने रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के तरीके भी बताएं है। इस जंग में आयुष विभाग के उन चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ की भूमिका भी बेहद अहम है, जो पहली कतार में खड़े होकर कोरोना के खिलाफ छिड़ी जंग लड़ रहे हैं। सही मायने में कहें तो आयुष विभाग के चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ की भूमिका महामारी से जंग में बिल्कुल वैसे ही है, जैसे एक शरीर में रीड़ की हड्डी की होती है। चिकित्सकों की पूरी एक टीम मरीजों की देखभाल कर रही है। सुबह हो या शाम, दिन हो या रात ये टीम डटी हुई है। कोरोना की जंग में शामिल होकर संक्रमण से लडऩे के लिए आयुष चिकित्सकों की सेवाएं नगरीय व ग्रामीण इलाकों में इलाज करने में सराहनीय भूमिका अदा की जा रही है।
VIDEO सावधान रतलाम! एक ही परिवार के 9 सदस्यों को किया क्वारेंटाइनये है रतलाम की टीम रतलाम शहर में डां. बलराज चौहान, डॉ. आशीष राठौर, डां. इंतेखाब मंसूरी, डां. प्रीति मईडा, डां. संगीता सोलंकीरतलाम ग्रामीण में डां. रमेश कटारा, डां. नेवालाल भुगवाड़े,डां. अंकित विजियावत,डां. रंजीता सिंगार,डां. रवि कलाल, डां. वर्षा राठौर, डां. रागिनी शर्मा शामिल है, जबकि पैरामेडिकल टीम में कैलाश यादव, अनिल मेहता, हिम्मतलाल अकोदिया, ज्योति पाटिल, अशोक शर्मा, शिकारिया ब्रह्मणे कार्य कर रहे है।
– यदि आपको मधुमेह है तो शुगर फ्री च्यवनप्राश का सेवन करें। – गर्म दूध में हल्दी पाउडर मिलाकर दिन में एक या दो बार पीएं। – तुलसी, दालचीनी, काली मिर्च, सूखी अदरक और मुनक्का से बनी हर्बल चाय/काढ़ा दिन में एक या दो बार पीएं।