पुलिस टीम द्वारा सीसीटीवी कैमरा के फुटेज एवं संदिग्धों की निरंतर तलाशी पूछताछ में जानकारी जुटाई गई तो पता चला कि चेक पोस्ट पर खाना बनाने सफाई व्यवस्था करने वाला दुर्गेश मेडा निवासी मोरझर ही लूट का मास्टरमाइंड निकला। पूछताछ करने पर आरोपी दुर्गेश ने टोल बैरियर से हटाए जाने के कारण बदले की भावना से अपने दोस्त मुकेश कटारा, सांवरिया वोट, श्यामलाल डोडियार निवासी मोरझर, सुनील कटारा निवासी केसरपुरा, रामलाल मईडा निवासी कलवानी, विक्रम कटारा निवासी कोटडा, जितेंद्र डिंडोर कोटड़ा, कालू मईडा, ने साथ मिलकर बैरियर पर पदस्थ कर्मचारियों के साथ मारपीट कर चोरी की योजना बनाई थी।।
असल में 27 मई की रात को बैरियर पर अपने सभी साथियों के साथ मिल कर चोरी करना स्वीकार किया वह बटवारा करने पर मुकेश ने सभी को 15000 हजार रुपए देकर शेष रुपए अपने पास रख लिए। आरोपी दुर्गेश के कब्जे से 12000 हजार रुपए नगद एवं घटना में प्रयुक्त बांस, सांवरिया उर्फ श्यामलाल के कब्जे से 11500 रुपए नगद व लोहे की कुल्हाड़ी, सुनील कटारा से 15000 रुपए नगद व काले रंग का बैग, धारदार फलिया रामलाल के गद्दे से 12500 रुपए नगद एक लोहे की तलवार जप्त की गई।
सैलाना पुलिस की इस कार्रवाई में कुल 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से चोरी गए रुपयों में से कुल 51000 हजार रुपए नगद एक काले रंग का बैग मोटरयान की रसीद दो डायरी अन्य दस्तावेज जप्त किए हैं। आरोपियों से अन्य फरार आरोपियों के बारे में पूछताछ कर उनकी गिरफ्तारी हेतु निरंतर कार्यवाही की जा रही है। गिरफ्तार सभी आरोपियों का पुलिस रिमांड प्राप्त कर अन्य वारदातों के बारे में भी पूछताछ करेगी।
सैलाना बैरियर पर हुई चोरी में आरोपियों को पकडऩे में थाना प्रभारी शिवमंगल सिंह सेंगर के नेतृत्व में उप निरीक्षक मनोज पाटीदार, उप निरीक्षक ध्यान सिंह सोलंकी, सहायक उपनिरीक्षक मुकुट सिंह यादव, प्रधान आरक्षक लक्ष्मी नारायण, दिलीप रावत , सतीश परमार, टीना शर्मा की महती भूमिका रही।