आमतोर पर शहर में मुस्लिम आंदोलन में महिलाएं घर से बाहर नहीं आती, लेकिन तीन दिन के आंदोलन में महिलाएं सड़क पर है। वे कहती है, देश में एक संविधान है तो इसमे बदलाव क्यों किया जा रहा है। यहां छोटे – छोटे बच्चे भी धरने पर है। इनको भी यह पता है कि वे सीएए व एनआरसी के विरोध में आंदोलन में आए है। मोदी ने देश को बांटने का काम किया है, इसका विरोध जरूरी है। यहां पोस्टर लगाए गए है रतलाम का अशोक नगर बनेगा दिल्ली का शाहीनबाग।
इस आंदोलन की शुरुआत सोशल मीडिया पर प्रचार से हुई। पहले कांगे्रस व बाद में भाजपा में आकर पार्टी छोड़ चुके इमतरान खोकर ने अपनी फसेबुक वॉल पर लिखा आंदोलन में महिलाएं घर से निकले। इसके बाद धड़ाधड़ उस पोस्ट को शेयर किया गया। तीन दिन के आंदोलन का सोमवार को दूसरा दिन है। कुल मिलाकर महिलाएं हो या युवक, सड़क पर सीएए सहित एनआरसी का विरोध करने को डटे हुए है। यहां पोस्टर लगाए गए है रतलाम का अशोक नगर बनेगा दिल्ली का शाहीनबाग।