बता दे की ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टॉफ एसोसिएशन की इस माह लगातार बैठक होगी। इसमे राजकोट में पश्चिम रेलवे के रनिंग कर्मचारियों का सम्मेलन के अलावा दिल्ली में 23 जून को आंदोलन को लेकर केंद्रीय समिति की बैठक शामिल है। केंद्रीय समिति की बैठक के बाद अंतिम रुप से रेल मंत्रालय को हड़ताल के बारे में चेतावनी पत्र दिया जाएगा। रविवार की बैठक को नागपुर से आए आरके राणा, जोनल अध्यक्ष श्याम मुनावर, जोनल सचिव लुणाराम सियाग, केंद्रीय उपाध्यक्ष जफरूल हसन, यूनियल के सहायक मंडल मंत्री हरदेश पांडे, पश्चिम रेलवे कर्मचारी परिषद के मंडल मंत्री सुनील दुबे, एससीएसटी एसोसिएशन के पीएन वर्मा के अलावा मंडल सचिव ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टॉफ एसोसिएशन के जितेंद्र वर्मा प्रमुख रुप से उपस्थित रहे।
वैसे तो संगठन की अनेक मांग है, लेकिन तीन प्रमुख रुप से है। इन तीन प्रमुख मांग को लेकर ही देशभर में चलने वाली या सरपट दौडऩे वाली ट्रेन बंद हो सकती है। इन मांग में रनिंग कर्मचारियों का भत्ता 1980 के तय नियम अनुसार हो, वर्ष 2016 के पूर्व जो कर्मचारी सेवानिवृत हुए है, उनको पेंशन 14.29 प्रतिशत के नियम अनुसार अपडेट हो। इसके अलावा नई पेंशन स्कीम को रद्द किया जाए। इसमे अंतिम मुद्दा नई पेंशन स्कीन को लेकर हर रेल संगठन लंबी लड़ाई लड़ रहा है। इस पर अब तक निर्णय नहीं हुआ है।
हम धमकी नहीं दे रहे, हम यात्रियों को सचेत कर रहे है। अगर भूख हड़ताल के दौरान ट्रेन चलाने वाला बेहोश हो गया तो दो हजार से अधिक यात्रियों से भरी रहने वाली ट्रेन का क्या होगा, इसलिए यात्रियों से आग्रह है वे 15 जुलाई से जब तक हड़ताल रहे, अपनी यात्रा रद्द करें।
– जफरूल हसन, केंद्रीय उपाध्यक्ष, ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टॉफ एसोसिएशन