शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार पूर्व की नीति में विद्यार्थी गणित, अंग्रेजी और विज्ञान में अपनी अपनी कमजोरी अनुसार ध्यान नहीं देते थे। अब इन तीनों विषय में भी पूरी तैयारी करना होगी। ऐसे में सिर्फ विद्यार्थी ही नहीं शिक्षकों पर भी पूरा फोकस किया जा रहा है।
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राज्य शासन के लोक शिक्षण संचालनालय की इस पर पूरी नजर है। इसके लिए परंपरागत होने वाली पढ़ाई पर के तरीकों में बदलाव किया है। यही वजह से इस साल से शिक्षकों पर भी फोकस किया जा रहा है। हाई स्कूल में सामान्य अंग्रेजी और गणित में विद्यार्थी कमजोर रहते है।
अब विद्यार्थी मजबूत हो इसलिए ही बेस्ट फाइव नीति को समाप्त किया है। इसके लिए पिछले माह से शिक्षकों का प्रशिक्षण शुरू हुआ जो अगले पांच माह तक जारी रहेगा। शिक्षकों को इसके लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके बाद शिक्षकों की भी परीक्षा होगी।
किए जा रहे ये काम
-तकनीक प्रशिक्षण में पढ़ाने के दौरान आई समस्या के बारे में हो रही है बात -जिस विषय को विद्यार्थियों ने कठिन बताया उसको सरल किस तरह से किया जाए। -ब्ल्यू प्रिंट के अनुसार विषय को स्पष्ट किया जा रहा है। -नवाचार करने वाले शिक्षक के किए काम को सभी को बता रहे। -विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए पढ़ाने में कई तरह की विधियों का प्रयोग भी करने को कहा जा रहा है।
रिजल्ट सुधारने पूरी कयावद
यह पूरी कयावद कक्षा 10वीं का रिजल्ट सुधारने के लिए की जा रही है। अब छह में से पांच विषय में पास होना मान्य नहीं होगा, बल्कि सभी विषय में पास होना जरूरी किया है। यही बेस्ट ऑफ फाइव पॉलिसी में बदलाव है। इस बारे में बच्चों को भी बता दिया है।- सुभाष कुमावत, शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय, रतलाम