कोरोना से जंग में मुस्तैद: पैर में फ्रैक्चर, फिर भी ड्यूटी पर डटे रहे कर्मवीर
रतलाम पुलिस लाइन पदस्थ आरक्षक राकेश पाटीदार के पैर में तीन दिनों से फ्रेक्चर शहर के मोनिनपुरा पाइंट पर ड्यूटी के दौरान हो गया। कर्मवीर पाटीदार असहनीय दर्द के साथ ड्यूटी पर डटे रहे। बता दे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील के बाद देशभर में 14 अप्रैल तक का लॉकडाउन लागू किया गया है।
कोरोना से जंग में मुस्तैद: पैर में फ्रैक्चर, फिर भी ड्यूटी पर डटे रहे कर्मवीर
रतलाम. कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए 14 अप्रैल तक लॉकडाउन है। इस दौरान अनेक सामाजिक संस्थाओं से लेकर तमाम सरकारी कर्मचारी अलग-अलग तरह से अपनी ड्यूटी को निभा रहे है। इन सब के बीच कुछ कर्मवीर इसमे के भी है, जो लीक से हटकर काम कर रहे है। एेसे ही है रतलाम पुलिस में आरक्षक राकेश पाटीदार। इनके पैर में तीन दिनों से फ्रेक्चर मोनिनपुरा पाइंट पर ड्यूटी के दौरान हो गया। कर्मवीर पाटीदार असहनीय दर्द के साथ ड्यूटी पर डटे रहे। बता दे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील के बाद देशभर में 14 अप्रैल तक का लॉकडाउन लागू किया गया है।
रतलाम की घटना के बाद इंदौर कलेक्टर का बड़ा निर्णय रतलाम पुलिस लाइन में पदस्थ राकेश के साथियों ने बताया कि ड्यूटी के दौरान ही अचानक राकेश का पैर सुन्न हो गया था। जब चलने का प्रयास किया तो पैर मुड़ गया। पैर मुड़ते ही तेज दर्द होने लगा। इसके कुछ देर बाद सूजन हो गई व पैर फुल गया। साथियों ने चिकित्सक के पास जाने की सलाह दी तो जवाब मिला कि ड्यूटी पूरी करके जाउंगा। क्योंकि देशसेवा का संकल्प लिया है।
VIDEO यात्री ट्रेन चलाने से पहले रेलवे ने जारी की पांच शर्तेबाद में मिला अवकाश इसके बाद जब वरिष्ठ अधिकारियों का वाहन निकला तो साथियों ने अधिकारियों को बताया। इसके बाद राकेश को मंगलवार को डॉक्टरों के पास ले जाया गया जहां प्लास्टर बांधकर २१ दिन आराम करने की सलाह दी गई, लेकिन यह कर्मवीर प्लास्टर बंधवाकर फिर ड्यूटी पर पहुंच गया। बाद में वरिष्ठ अधिकारियों ने बुधवार से पांच दिन का अवकाश मंजूर किया। राकेश अकेले कर्मवीर नहीं है। इनके अलावा जिले में अनेक कर्मचारी लगातार कार्य कर रहे है। यह वो लोग है जो आशा कार्यकर्ता है, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता है। नर्स, डॉक्टर, पुलिस, प्रशासन, नगर निगम के मिलाकर अनेक कर्मचारी लगातार कार्य कर रहे है।