जब ट्रेन रतलाम आई तो दोनों बोगी में यात्रियों को देखकर जवानों ने जमकर विरोध जताया। यहां तक कि यात्रियों को देश की सुरक्षा का हवाला भी दिया, लेकिन यात्री नहीं माने। इसके बाद स्टेशन के अधिकारियों ने आकर सीआरपीएफ जवानों से माफी मांगी व भरोसा दिया कि शुक्रवार को फिर से दो बोगी लगाकर ट्रेन को चलाया जाएगा व रतलाम आने तक बोगियों के दरवाजे बंद रखे जाएंगे जिससे अन्य यात्री नहीं चढ़ सके।
ट्रेन में जगह नहीं मिलने के बाद जवानों को अब शुक्रवार को भेजने की व्यवस्था की गई है। ऐसे में सीआरपीएफ के जवानों ने सर्वोदय ट्रेन निकलने के बाद रात में प्लेटफॉर्म पर ही ठहराव कर लिया। सभी जवान प्लेटफॉर्म पर ही सोए। यहां तक की भोजन के लिए भी इनको स्टेशन के बाहर की होटल व रेस्टोरेंट में चक्कर काटने पडे़।
बोगी बंद करने के मामले में तकनीकी दिक्कत हुई थी, सभी सीआरपीएफ जवानों को शुक्रवार को फिर से दो बोगी लगाकर रवाना किया जाएगा।
– जेके जयंत, जनसंपर्क अधिकारी रतलाम रेलवे मंडल