इस कार्रवाई के दौरान जेसीबी व पोकलेन से दीवार ध्वस्त कर उसका मलबा हटाया जा रहा है। भू-माफिया के कब्जे वाली इस मिल को लगभग 20 वर्षो से शासकीय अधिग्रहण में लेना का प्रयास चल रहा था। वहीं विधानसभा में भी यह मामला कई बार उठा।
इस मामले के संबंध में कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी का कहना है कि भू माफिया पर नकेल कसने के लिए निरन्तर कार्यवाही की जा रही है।
ओवरब्रिज जावरा नगर में निर्माण हो रहा है, जिसमें दूसरी ओर सर्विस लाईन सड़क बननी है, ऐसे में यहां बनी जर्जर दीवार बाधक बन रही थी और यह दुर्घटना की सम्भावना को भी बढ़ा रही थी। वहीं ये भी बात सामनेे आ रही थी कि दीवार के अंदर की ओर कुछ लोगों ने अवैध रूप से गोदाम भी बना रखे थे।
प्रशासन ने कार्ययोजना बना कर रविवार सुबह 7 बजे से कार्यवाही शुरू कर दी।जावरा नगर सहित पूरे जिले में इस कार्यवाही को लेकर हड़कम्प मचा हुआ है।
ज्ञात हो कि इससे पहले भी जावरा प्रशासन ने अवैध रूप से बनाई गई 6 कॉलोनियों के पक्के निर्माण पर कार्रवाई की थी। उस समय हुसैन टेकरी क्षेत्र में स्थित इन अवैध कॉलोनियों में से 2 कॉलोनियों के अवैध निर्माण को प्रशासन की टीम ने जमींदोज भी कर दिया था। इस दौरान चेक कॉलोनी पर भी कार्रवाई की गई थी।
रतलाम जिले में सबसे पहले नामली के 14 कॉलोनाइजर और ताल के 9 कॉलोनाइजर पर एफआईआर दर्ज कर अवैध कॉलोनियों में किए गए पक्के निर्माण को तोड़ने की कार्यवाही की गई थी। जिसके बाद उस समय रतलाम के जावरा में भी प्रशासन की ओर से बड़ी कार्रवाई करते हुए 6 कॉलोनी के अवैध निर्माणों को जमींदोज कर दिया था। प्रशासन की इस कार्रवाई में 2 पोकलेन और 6 जेसीबी मशीनों को लगाया गया था।