पुलिस थाना प्रभारी आईके कोली ने बताया कि करीब 4 वर्ष की उम्र का बच्चा संभवत खजुर की चाहत में रामलाल के खेत पर आया था। इसी दौरान वह समीन के गहरे गड़्डे में गिर गया। गड्डा बोरवेल के लिए किया गया था। सूचना मिलने के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंच गए है। इसके अलावा दो जेसीबी मशीन की सहायता से बच्चे को बचाने का प्रयास शुरू हो गया है। रविवार शाम को सूचना मिलने के बाद नामली एसडीएम नेहा भारती सहित अन्य अधिकारी पहुंच गए है। इनके अलावा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र राजेश मंडलोई चिकित्सकों का दल लेकर पहुंच गए है।
7 वर्ष पूर्व भी हुई थी घटना बता दे की सात वर्ष पूर्व भी इसी प्रकार की घटना नामली पुलिस थाना अंतर्गत मनवासा ग्राम में हुई थी। तब सूरज नाम का बच्चा गिर गया था। बच्चे को तीन दिन में निकाला तो गया था, लेकिन जिला अस्पताल ले जाने पर चिकित्सकों ने उसको मृत घोषित कर दिया था। इसके बाद कलेक्टर से लेकर राज्य से वरिष्ठ अधिकारियों ने इस प्रकार के खुले बोरवेल के खिलाफ अभियान चलाने के आदेश जारी किए थे। इस मामले में कोर्ट ने भी बडे़ निर्णय दिए है। इसके बाद भी रविवार को खुले बोरवेल में बच्चा गिर गया है।
अब बचाने के लिए दुआएं बच्चे को बचाने के लिए दुआओं का दौर शुरू हो गया है। रतलाम के अनेक मंदिरों में भक्त भगवान के पाास पहुंच गए है। मंदिरों में शाम की होने वाली आरती को बच्चे के लिए रखने का निर्णय हो गया है। दो बत्ती पुलिस थाने में स्थित मनकामनेश्वर महादेव मंदिर में तो विशेष आरती शाम को 6 बजे हो भी गई है।