रतलाम में 142 कर्मचारियों को किया होम क्वारेंटाइन
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए इसके लक्षण दिखने वाले रेल मंडल के 142 कर्मचारियों को क्वारेंटाइन किया गया है। इन कर्मचारियों को 14 दिन तक घर पर रहने की सख्त सलाह दी गई है। इसके अलावा मंडल में अब तक 4 हजार से अधिक कर्मचारियों की स्क्रीनिंग हुई है।
रतलाम. कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए इसके लक्षण दिखने वाले रेल मंडल के 142 कर्मचारियों को क्वारेंटाइन किया गया है। इन कर्मचारियों को 14 दिन तक घर पर रहने की सख्त सलाह दी गई है। इसके अलावा मंडल में अब तक 4 हजार से अधिक कर्मचारियों की स्क्रीनिंग हुई है। रेलवे कर्मचारियों को अधिकारियों के अनुसार मास्क से लेकर सैनिटाईजर वितरण का कार्य जारी है।
पत्रिका समूह की पहल : जीतेंगे कोरोना से जंग रेल मंडल में कोविड -19 के प्रसार को रोकने एवं अपने कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए अपनी पूरी क्षमता के साथ कार्य कर रहा है। मंडल रेल प्रबंधक विनीत गुप्ता के निर्देश के बाद मंडल का सभी विभाग अपने-अपने स्तर पर अपना कार्य कर रहे हैं। आवश्यकता के अनुसार ही कर्मचारियों से काम लिया जा रहा है। शेष कर्मचारियों को घर पर रहने तथा बुलाने पर तत्काल कार्यालय उपस्थित होने हेतु निर्देश जारी किया जा चुका है। इस दौरान रेलवे के स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारियां बढ़ गई है।
कारोना वायरस के बीच आई खुश खबरचिकित्स्क व टीम दे रही सलाह स्वास्थ्य विभाग द्वारा रेलवे चिकित्सालय में आने वाले मरीजों के साथ ही साथ डॉक्टरों की एक टीम द्वारा स्टेशनों एवं सेक्शनों में कार्य करने वाले कर्मचारियों विशेषकर ट्रैकमेंटेनरों व उनके परिवारों की भी स्क्रीनिंग की जा रही है एवं उन्हें कोरोना वायरस से बचाव के लिए सामाजिक दूरी बनाकर रखनेए घर से बाहर नहीं निकलने एवं समय-समय पर साबुन से हाथ धोने की समझाईश भी दी जा रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा 4 हजार से अधिक कर्मचारियों की स्क्रीनिंग की गई है। मंडल के लगभग 142 कर्मचारियों को 14 दिनों तक होम क्वारेंटाइन में रखा गया है। मंडल द्वारा मास्क, सैनिटाइजर के बाद कर्मचारियों को अब हाथ धोने के लिए साबुन का वितरण भी किया जा रहा है। अब तक 3500 से अधिक कर्मचारियों को साबुन का वितरण किया जा चुका है।
स्टेशन पर चौथा गेट हो रहा तैयार, मार्च अंत तक पूरा होगाकोरोना संदिग्ध की मौत इधर जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कोरोना संदिग्ध की मंगलवार शाम मौत हो गई। युवक राजस्थान के जयपुर का रहने वाला है और यहां पर जावरा के पास हुसैन टैकरी पर आया था। उसकी तबीयत खराब होने के बाद से उसे २८ मार्च से भर्ती कर उपचार किया जा रहा था। शव को रिपोर्ट आने तक सुरक्षित रखवाया गया है। अस्पताल में जिस युवक की मौत हुई है वह महज ३५ वर्ष का है। जावरा के पास हुसैन टैकरी पर वह अकेला ही मिला था। उसकी हिस्ट्री जयपुर के साथ ही मुंबई से भी जुड़ी है। वह मुंबई भी घूमकर आया था। मानसिक रूप से थोड़ा कमजोर होना भी बताया जा रहा है, जिसके चलते वह यहां आया था। उसका उपचार जारी है लेकिन देर शाम तबीयत बिगड़ी और दम तोड़ दिया।
एमपी बोर्ड की परीक्षा में POK को बताया आजाद कश्मीर, पूछा अजीब सवालदो संदिग्ध और भर्ती किए गए वहीं दूसरी और जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में दो और संदिग्ध मरीजों को भर्ती किया गया है। इनमें से एक रेलकर्मी है, जो कि सर्दी, खांसी सहित कोरोना से जुड़े लक्षण होने से उपचार के लिए यहां आया था। उसकी मुलाकात अस्पताल में पदस्थ कोरोना के नोडल अधिकारी डॉ. प्रमोद प्रजापति से हुई तो उनके द्वारा तत्काल उसे भर्ती कर उपचार शुरू किया गया। जिला अस्पताल में इसके पूर्व भी एक संदिग्ध मरीज की मौत हुई थी, जिसकी कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट आने पर वह नेगेटिव पाई गई थी, जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग की टीम ने राहत की सांस ली थी। अब एक और संदिग्ध की मौत हो गई है, जिसकी रिपोर्ट आना शेष है। वहीं 19 संदिग्ध मरीज भर्ती है, जिनका उपचार जारी है। 10 मरीज व एक मृतक की रिपोर्ट आना शेष है।