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भाजपा को सबसे बड़ा झटका जमशेदपुर पश्चिमी सीट के विधायक और खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय के इस्तीफे से लगा है। सरयू राय ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देकर मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ जमशेदपुर पूर्वी सीट से भी चुनाव लड़ने की घोषणा की और सोमवार को नामांकन के पहले वे मंत्री पद से भी त्यागपत्र दे देंगे।
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भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और बोरियो के विधायक ताला मरांडी ने भी टिकट नहीं मिलने से त्यागपत्र दे दिया है। भाजपा ने इस बार ताला मरांडी की जगह बोरियो से सूर्या हांसदा को उम्मीदवार बनाया है। जबकि सिंदरी विधानसभा सीट से टिकट कटने के बाद फूलचंद मंडल भी भाजपा से त्यागपत्र देकर झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल हो गए। छत्तरपुर से भी भाजपा ने विधायक राधाकृष्ण किशोर का टिकट काट कर पूर्व सांसद मनोज कुमार की पत्नी पुष्पा देवी को उम्मीदवार बनाया, जिससे राधाकृष्ण किशोर ने बगावत कर आजसू पार्टी के टिकट पर चुनाव मैदान में उतर गए है।
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एक मंत्री और तीन भाजपा विधायकों के अलावा पांच पूर्व विधायकों ने भी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है। इनमें मझगांव के पूर्व विधायक बड़कुंवर गगराई, बरकट्ठा के पूर्व विधायक अमित कुमार, बरही के पूर्व विधायक उमाशंकर अकेला, पाकुड़ के जिलाध्यक्ष और महेशपुर के पूर्व विधायक देवीधन टुडू और जामताड़ा के पूर्व विधायक विष्णु भैया शामिल है। इसके अलावा भी पार्टी के कई कद्दावर नेता और पदाधिकारियों ने पार्टी छोड़ दी है और दूसरे दल के टिकट पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे है। इससे पहले जब चुनाव की घोषणा नहीं हुई थी, तो झाविमो के विधायक प्रकाश राम, नौजवान संघर्ष मोर्चा के भानू प्रताप शाही, झारखंड मुक्ति मोर्चा के कुणाल षाड़ंगी और जेपी पटेल तथा कांग्रेस के मनोज यादव तथा सुखदेव भगत ने भाजपा का दामन थामा था। इन सभी को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है।