दरअसल, उलेमा फरहत जमाली बोले ने कहा कि डीएम एसपी के यहां आए थे। डीएम ने उनकी बात को सुना। आरोप है कि एसपी शगुन गौतम ने उन्हें व उनके साथी उलेमा अंसार को कमरे में बंद करके धमकाया। जिसके चलते वह परेशान हैं और उन्हें नहीं लगता कि वह अपने घर वापस पहुंच पाएगे। उन्हें गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें लगता है कि एसपी उनका एनकाउंटर न करा दे।
वहीं इस मामले में एसपी शगुन गौतम ने कहा कि इन उलेमाओं के आवहान पर एनआरसी को लेकर विरोध प्रदर्शन हुआ था। हिंसक प्रदर्शन में कई वाहनों को जलाया गया और कई पुलिसकर्मी घायल हुए। इसमें एक प्रदर्शनकारी की मौत भी हुई। मामले में पुलिस कार्रवाई कर रही है और लोगों को नोटिस भेजे जा रहे हैं। कुछ उलेमाओं को भी नोटिस भेजे गए हैं। वह इनके जवाब नहीं दे रहे हैं। उलेमा द्वारा लगाए गए और निराधार हैं।
यह भी देखें: बोलेरो और बाइक में जोरदार टक्कर, हुआ बड़ा हादसा गौरतलब है कि 21 दिसंबर 2019 को सीएए और एनआरसी के विरोध में हुए हिंसक प्रदर्शन में एक प्रदर्शनकारी की मौत हुई थी। जबकि आठ गाड़ियां जलकर खाक हो गई और दर्जनों पुलिस वाले जख्मी हुए थे। इस घटना को लेकर सैकड़ों अज्ञात और नामजद लोगो के खिलाफ नगर कोतवाली में केस दर्ज हुए थे। इस मामले में कई लोग जेल भी भेजे जा चुके हैं। रोजाना पुलिस बाकी लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज रही है। वहीं लगातार जो लोग जेल जा रहे हैं उनको लेकर उलेमाओं को एतराज है। इसी एतराज को लेकर बार अफसरों से वार्तालाप हुई है, लेकिन पहली बार ऐसा हुआ जिसमें अब ये बात सामने आ रही है।