इस बाबत मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुबोध कुमार शर्मा ने बताया कि अधिशासी अभियंता तबीयत खराब होने पर जिला अस्पताल आए थे। आशंका के चलते उनकी ट्रूनैट मशीन से जांच कराई गई। जांच रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। अब उन्हें जिला अस्पताल के ही आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। वह शुगर के मरीज भी हैं। उनका उपचार किया जा रहा है। उधर, सिचांई विभाग के अधिशासी अभियंता में संक्रमण की पुष्टि से स्टाफ में हड़कंप मच गया है। एहतियात के तौर पर कार्यालय के अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों की भी जांच कराई जा रही है।
सीएमओ ने बताया कि कोरोना आशंकितों की जांच के लिए लैब में भेजे गए सेंपल की सोमवार को रिपोर्ट नहीं आई। करीब 300 से ज्यादा सेंपल की जांच रिपोर्ट पेंडिंग में है। दो की मौत हो चुकी है, जबकि 284 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। वर्तमान में 72 सक्रिय मरीज हैं। जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 358 पहुंच चुका है। करीब नौ हजार लोगों की जांच की जा चुकी है।
इनमें संक्रमित मिले 90 फीसद वे लोग हैं, जो बाहर से आए थे। बाकी किसी न किसी के संपर्क में आने से मरीज बने। बाहर से आने वालों लोगों का सिलसिला अब भी जारी है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग का जोर अब ट्रैव्लर के साथ रेंडम सेंपलिंग पर है। रोजाना बाहर से आने वाले लोगोंं के सेंपल लिए जा रहे हैं। इसके साथ ही कम्युनिटी में जाकर भी रेंडम सेंपल किए जा रहे हैं।