संभल विवाद पर क्या बोले धीरेन्द्र शास्त्री
संभल विवाद पर धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि मैंने जो कहा, वह बिल्कुल सही है। वहां के कलेक्टर, एसपी और अन्य अधिकारियों का धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने सदियों से बंद पड़े हनुमान और शिव मंदिरों को फिर से खोला। यह पुनर्निर्माण सनातन धर्म की धरोहर को फिर से स्थापित करने की दिशा में बड़ा कदम है। हम मुसलमानों और सभी धर्मों के अनुयायियों से यह कहना चाहते हैं कि सनातन संस्कृति कभी किसी धर्म के खिलाफ नहीं रही। जहां मंदिर थे, वहीं मंदिर फिर से बनेंगे, बस इतना होना है। इस दौरान उन्होंने कहा कि हिंदुत्व का मतलब सभी को साथ लेकर चलने का है। यह भारत को मजबूत और समृद्ध बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
असदुद्दीन ओवैसी की प्रतिक्रिया धीरेन्द्र शास्त्री ने क्या कहा?
धीरेन्द्र शास्त्री के पुराने बयान पर असदुद्दीन ओवैसी की प्रतिक्रिया को लेकर सवाल किए जाने पर शास्त्री ने कहा कि अगर ओवैसी के लोग हमारे बयान पर गुस्से में हैं तो यह उनकी मूर्खता है। उन्हें तो उदार दिल दिखाते हुए कहना चाहिए कि हमारे सनातन धर्म के मंदिरों का स्वागत है। अगर कोई मंदिर की जांच करना चाहता है, तो हमें कोई आपत्ति नहीं है। हम तो कहते हैं कि हमारे मंदिरों की जांच होनी चाहिए।
संभल में मिले 2000 साल पुराने संग्रहालय में सनातन धर्म के सबूतों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि यह देश वह है, जहां करोड़ों साल पुराने सबूत भी मिलते हैं। सनातन धर्म पृथ्वी पर मानव सभ्यता के प्रारंभ से ही अस्तित्व में है। दूसरे शहरों में भी ऐसी खुदाई की संभावना पर सहमति जताते हुए उन्होंने कहा कि होनी चाहिए।