बता दें कि सपा नेता आज़म खान पर शत्रु सम्पत्ति समेत अन्य ज़मीनों के कब्जा करने के आरोप में कई केस सिविल में चल रहे हैं। इन केसों में आज़म खान को कोर्ट से जमानत भी मिल गई है, लेकिन उनकी मुश्किलें कम होनने का नाम नहीं ले रही हैं। आज ईडी की टीम रामपुर आ सकती है, अगर ईडी की टीम नहीं आई तो तहसीलदार सदर प्रमोद कुमार सिंह की टीम आज़म खान के ड्रीम प्रोजेक्ट जोहर विश्वविद्यालय जाकर कब्जा करने वाली जमीनों का लेखा-जोखा चेक करके एक रिपोर्ट तैयार करेगी, जो ईडी को भेजी जाएगी।
2. दरबारी लाल शर्मा प्रभारी राजस्व निरीक्षक 3. संजय गंगवार प्रभारी राजस्व निरीक्षक 4. प्रेमपाल क्षेत्रीय लेखपाल 5. फतेहपाल लेखपाल 6. मुकेश लेखपाल 7. नरेश लेखपाल 8. रवि लेखपाल
9. सतेंद्र लेखपाल इसलिए जेल से बाहर नहीं आ सके आजम खान सत्ता परिवर्तन के बाद से अब तक आज़म खान पर दर्ज हुए कुल 89 मुकदमों में जमानत मिल गई है, लेकिन अभी 4 दिन पहले ही एक केस में नाम खुलने पर वारंट जारी हो गए हैं। अभिरक्षा वारंट पुलिस ने कोर्ट के आदेश के तुरंत बाद सीतापुर जिला जेल में जाकर तामील करा दिया। अब जब तक उनकी जमानत इस केस में नहीं होगी, तब तक आज़म खान जेल में ही रहेंगे।
यह भी पढ़ें-
अब मदरसों में भी पढ़ाई से पहले होगा राष्ट्रगान इस केस में खुला आजम खान का नाम आजम खान पर आरोप है कि उन्होंने सत्ता के रसूख के चलते आरपीएस स्कूल का रजिस्ट्रेशन कागजों में हेराफेरी करके कराया। नगर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने अज्ञात के खिलाफ केस फाइल किया था। जांच की आंच आज़म पर आई तो पुलिस ने उनका नाम खोल दिया। कोर्ट को भेजी रिपोर्ट में अब आज़म खान को जमानत करानी पड़ेगी, तभी उनका जेल से बाहर आना सम्भव है। उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 467, 468, 471 आदि में केस फाइल हुआ है।