यह भी पढ़ें: दलित परिवार का पानी बंद करने की खबर छापने पर यूपी पुलिस ने पत्रकारों पर किया मुकदमा दर्ज
ये है कांग्रेस नेते के पत्र का मजमून
माननीय राज्यपाल, उत्तर प्रदेश।
विषय : समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव 9 सितंबर 2019 को भूमाफिया आज़म खान के समर्थन में रामपुर पहुंचकर दंगा कराना चाहते हैं जिसके विरूद्ध पत्र।
आपके संज्ञान में लाना है कि रामपुर लोकसभा से सांसद आज़म खान के विरूद्ध लगभग 80 मुकदमे जनपद के विभिन्न थानों में दर्ज हैं, जिनमें लूट, चोरी, डकैती, गैर इरादतन हत्या, भकाऊ भाषण, उन्माद फैलाना, किसानों और यतीमों की जगह पर नाजायज़ कब्ज़ा करना आदि गंभीर धाराओं के मुकदमे हैं। साथ ही आजम खान की यूनिवर्सिटी से पुलिस ने चोरी का माल बरामद भी किया है और उनको भूमाफिया भी घोषित किया हुआ है। मांन्यवर उपरोक्त मुकदमे रामपुर के बेहद गरीब कमज़ोर लोगों ने आज़म खान के विरूद्ध दर्ज कराए हैं, जोकि अल्पसंख्यक मुस्लिम समाज से ताल्लुक रखते हैं। इसके कारण न सिर्फ पीड़ित परिवार, बल्कि आम जनता में भी आज़म खान के विरूद्ध रोष वायाप्त है। इसलिए आज़म खान लगभग दो महीनों से रामपुर से फरार हैं और उनके खिलाफ कई मुकदमों में कोर्ट से गिरफ़्तारी वारंट भी जारी हो चुके हैं। बावजूद इसके 9 मौहर्रम को समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव आज़म खान के समर्थन में रामपुर आकर माहौल खराब करना चाहते हैं।
यह भी पढ़ें: मोदी सरकार की नई परिवहन नीति का इस हिन्दूवादी दल ने विरोधकर उड़ाई नींद
ऐसे में इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि समाजवादी पार्टी आज़म खान के बहाने रामपुर सहित पूरे प्रदेश में दंगा कराने की फिराक़ में हैं। ऐसे में यदि अखिलेश यादव रामपुर आते हैं तो हम पीड़ित परिवारों के साथ अखिलेश यादव का विरोध करेंगें, जिसके कारण टकराव की स्थिति पैदा हो सकती है और रामपुर का माहौल खराब हो सकता है। यदि आज़म खान सही हैं तो सड़क पर आकर माहौल खराब करने के बजाए कानून के दायरे में रहकर अदालत में मुकदमों को चुनौती दे सकते हैं। अतः मांन्यवर से अनुरोध है कि अखिलेश यादव को रामपुर आकर माहौल खराब करने से रोका जाए। अन्यथा अगर माहौल खराब होता है तो इसकी ज़िम्मेदारी अखिलेश यादव, आज़म खान सहित पूरी समाजवादी पार्टी की होगी।