एक दिन में 14 मुकदमों पर होनी थी सुनवाई सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आजम खां के खिलाफ एक दिन में 14 मुकदमे की सुनवाई होनी थी। जिसमें से पांच शहर कोतवाली में दर्ज यतीमखाना प्रकरण के ही मुकदमे थे। इन मुकदमों में आरोप है कि यतीमखाना बस्ती के लोगों के घरों को आजम खान ने तुड़वा दिया था। इसके बाद कुछ लोगों ने इनके साथ परपीट भी किया था, जो आजम खान के समर्थक थे। साथ ही बकरी और भैंस चोरी जैसे आजम खान के ऊपर आरोप लगाए गए थे। जिनपर पेशी के लिए आजम खान कोर्ट आए थे।
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आगरा से दिल्ली के बीच सफर हुआ महंगा, अब दो नहीं तीन बार देना होगा टोल कुछ अन्य मुकदमे भी सुनवाई के लिए पेडिंग
इतना ही नहीं आजम खां के खिलाफ कुछ अन्य मुकदमे भी सुनवाई के लिए लगे थे। जो गंज कोतवाली में दर्ज डूंगरपुर प्रकरण के आठ मुकदमे है। जिसमें आरोप है कि सपाइयों और पुलिस कर्मियों ने आसरा आवास बनाने के नाम पर डूंगरपुर बस्ती के लोगों को बेघर कर दिया था। उनसे मारपीट और लूटपाट की थी। आपको बता दें कि इस मुकदमों में पहले आजम खां का नाम नहीं था, लेकिन बाद में उनका भी नाम शामिल कर लिया गया। बताया जा रहा है की इनका नाम विवेचना के बाद शमिल किया गया है। विवेचना के दौरान उनका नाम शामिल किया गया।
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मैं अलकायदा से बोल रहा हूं… मथुरा में किसको आया जान से मारने की धमकी वाला कॉल? न्यायिक अधिकारी के अवकाश पर होने के कारण टली सुनवाई वहीं इस पूरे घटना पर आजम खां के अधिवक्ता नासिर सुल्तान ने मीडिया को बताया कि सुनवाई के लिए विधायक समेत अन्य आरोपित कोर्ट में पेश हुए, लेकिन न्यायिक अधिकारी के अवकाश पर होने के कारण सुनवाई नहीं हो सकी। आपको बता दें की इस दौरान आजम खां के मीडिया परभारी फसाहत अली खां शानू भी उपस्थित हुए। जो कुछ दिन पहले मिडिया में चर्चा का विषय बने हुए थे।