वहीं इसे सफल बनाने के लिए हाफिज साहब की दरगाह पर गुरुवार को एक बैठक का आयोजन हुआ। जिसमें शहर के इमाम मुफ्ती महबूब अली ने कहा कि ईदगाह पर लोग जमा होंगे। तहसीलों में भी ईदगाहों पर ही लोग जमा होंगे और नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में शंतिपूर्वक प्रदर्शन करेंगे। हमारा संविधान हमें अपनी बात कहने की इजाजत देता है। हर इंसाफ पसंद इंसान को जुल्म व नाइंसाफी के खिलाफ आवाज ए हक बुलंद करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि ये जिला प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह शांतिपूर्वक होने वाले प्रदर्शन के लिए कड़ी निगरानी करें और शरारती तत्वों के नापाक इरादों को पूरा न होने दें। हमने हमेशा से ही शांति व्यवस्था बनाए रखने में जिला प्रशासन का सहयोग किया है। इसके साथ ही तमाम मुफ्ती मौलाना लोगों को सम्बोधित करके केंद्र सरकार के नाम एक ज्ञापन भेजेंगे। जिसमें वह इस बिल को वापस लेने की मांग करेंगे। जिसको लेकर मुफ़्ती मौलाना ने तीन दिन पहले ही जिले के कलेक्टर आंजनेय कुमार और सिटी मजिस्ट्रेट सर्वेश गुप्ता को लिखित पत्र और उनके साथ बैठ की है।
प्रदर्शन में शामिल हुए आजम खान वहीं सपा के प्रदेशव्यापी आहवान पर गुरुवार को कार्यकर्ताओं ने हाथों में काली पट्टी बांधकर रामपुर पार्टी कार्यालय पर प्रदर्शन किया। जिसमें सांसद आजम खान भी पहुंचे। जिन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में कानून की स्थिति बहुत खराब है। आम आदमी महंगाई के कारण परेशान हैं। लोग आर्थिक तंगी से भी जूझ रहे हैं।