मुआवजे की मांग, विधायक के साथ किसान-ग्रामीण बैठे धरने पर दरीबा माइंस (Dariba Mines ) की दीवार ढहने से रसायनयुक्त मलबा खेतों में जाने का मामला
क्षेत्र में 2 दिन पूर्व हुई जबरदस्त मूसलाधार बारिश के दौरान दरीबा माइंस की दीवार ढहने से रसायनयुक्त मलबा कोटड़ी गांव के खेतों और तालाबों तक पहुंचने से हुए नुकसान को लेकर रविवार को ग्रामीण व किसान विधायक दीप्ति माहेश्वरी के नेतृत्व में राजपुरा-दरीबा खदान के बाहर धरने पर बैठ गईं। मुआवजे की मांग को लेकर ग्रामीणों की मौजूदगी में दोनों पक्षों के बीच कई घंटों की वार्ता हुई, लेकिन देर शाम तक कोई हल नहीं निकला।
विधायक माहेश्वरी अपने कार्यकर्ताओं के साथ दरीबा पहुंची। यहां उन्होंने पहले कोटड़ी में हुए नुकसान का मौके पर जाकर जायजा लिया और किसानों से बातचीत की। बाद में विधायक अपने समर्थकों व ग्रामीणें के साथ दरीबा में आरडी माइंस के बाहर पहुंचीं तथा मुआवजे की मांग को लेकर धरने पर बैठ गईं। इस दौरान खदान प्रबंधन के अधिकारियों ने उनसे वार्ता की और अपना पक्ष रखा। उन्होंने बताया कि तेज बारिश से माइंस की दीवार ढही, लेकिन विधायक किसानों को हुए नुकसान का सर्वे कराकर उन्हें मुआवजा देने की मांग पर अड़ी रहीं।
मौके पर पहुंची विधायक ने माइंस की ओर से डाले जा रहे वेस्ट के ढेर के नीचे पर्याप्त लेयर भी नहीं बनाने व लापरवाही का आरोप लगाया। पूरे घटनाक्रम के दौरान कोटड़ी सरपंच अभिषेक चौधरी, अनिल चौधरी, भाजपा मंडल अध्यक्ष उदयलाल अहीर, मनीष सुखवाल, सत्यनारायण, एडवोकेट गोपालकृष्ण सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे। खदान प्रबंधन के अधिकारियों और विधायक के मध्य देर शाम तक वार्ताओं का दौर जारी था।