राजसमंद झील में खारी फीडर और गोमती नदी से पानी की आवक होती है। नाथद्वारा में बाघेरी के नाका के ओवरलो होने पर नंदसमंद में पानी पहुंचता है। नंदसमंद की भराव क्षमता 32 फीट है। उसके ओवरलो होने पर 31 अक्टूबर को खारी फीडर को खोला गया था। इसका पानी रात्रि तक झील में पहुंचा। इसके पश्चात से लगातार झील में पानी की आवक बनी हुई थी। नंदसमंद में पानी की आवक कम होने पर शनिवार देरशाम को खारी फीडर को बंद कर दिया गया।
इसके कारण पिछले 57 दिनों से झील में खारी फीडर से हो रही पानी की आवक थम गई। उल्लेखनीय है कि 25 अगस्त को गोमती नदी का पानी राजसमंद झील में पहुंचा था। इस दौरान झील का जलस्तर 16.50 फीट था। इसके पश्चात खारी फीडर को खोलने से पहले झील का जलस्तर 31 अगस्त को झील का जलस्तर 17.40 फीट के करीब था, अब झील का जलस्तर 28.10 फीट है।
जल्द आमंत्रित किए जाएंगे टेण्डर
भाजपा
सरकार ने बजट में खारी फीडर को चौड़ा करने के लिए 150 करोड़ की घोषणा की थी। खारी फीडर को चौड़ा करने का काम अगले साल जनवरी में शुरू होने की उमीद है। विभाग ने डीपीआर मुयालय भेजी थी। वहां से प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृत जारी हो चुकी है।
अब तकनीकी स्वीकृति उदयपुर स्थित सिंचाई विभाग के जोन मुयालय भेजी गई है। वहां से आगामी दो-चार दिनों में इसकी स्वीकृति आने की उमीद जताई जा रही है। इसके पश्चात टेण्डर आमंत्रित किए जाएंगे। इन्हें दो माह बाद खोला जाएगा। इसके पश्चात वर्क ऑर्डर जारी कर जनवरी माह के अंत तक काम शुरू होने की उमीद है।