यह है पूरा मामला ( rajsamand crime News ) भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ( ACB ) राजसमंद के एएसपी राजेश चौधरी ने बताया कि शराब दुकानदार से मासिक बंधी के रूप में 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते तत्कालीन जिला कार्यवाहक आबकारी अधिकारी राजेंद्र कुमार गिरफ्तार हुआ था। 102/17 के तहत प्रकरण दर्ज हुआ, तब उनके अजमेर व चित्तौडग़ढ़ स्थित आवास की तलाशी ली गई। जांच में मिले दस्तावेजों के आधार उनकी चल-अचल सम्पत्ति उनकी आय से अधिक पाई गई। प्रकरण की जांच एसीबी राजसमंद द्वारा की गई, जिसके मुताबिक निलंबित आबकारी अधिकारी राजेंद्र कुमार की चैक अवधि के दौरान वेतन, भत्ते से आय सहित वैधानिक स्त्रोतों से आय के रूप में कुल एक करोड़, 20 लाख 81 हजार 96 रुपए हुए व परिवारिक गुजारा व्यय पर 1 करोड़ 41 लाख 24 हजार 908 रुपए खर्च हुए। आय में से खर्च घटाने के बाद शेष 20 लाख 43 हजार 812 रुपए अधिक चल- चल सम्पत्तियां पाई गई, जो ज्ञात स्त्रोत आय से करीब 16.91 फीसदी अधिक है।
मामले में एसीबी राजसमंद ने वैध आय से अधिक परिसम्पत्तियां अर्जित करने के लिए पद का दुरुपयोग कर अधिक रुपए अर्जित करना पाया गया। इस पर आय से अधिक सम्पत्ति का प्रकरण दर्ज कर एसीबी राजसमंद ने जांच शुरू कर दी।