बता दें कि बिलासपुर जिले में स्वाइन फ्लू से 3 की मौत हो चुकी है। इस तरह प्रदेश में अभी तक 5 की मौत इस बीमारी से हो चुकी है। बता दें कि 16 अगस्त को राजनांदगांव जिले के घुमका क्षेत्र के भालूकोन्हा और डोंगरगढ़ के बरनारा गांव में चार साल का मासूम
स्वाइन फ्लू से पीडि़त मिला था। इसके अलावा खैरागढ़-छुईखदान-गंडई (केसीजी) जिले के छुईखदान में 37 वर्षीय ग्रामीण भी पीडि़त पाया गया था। इसमें से चार साल के मासूम की बुधवार को इलाज के दौरान मौत हो गई है, तो वहीं छुईखदान निवासी पीडि़त ने मंगलवार शाम को ही दम तोड़ दिया था।
सप्ताहभर पहले स्वाइन फ्लू से पीडि़त मरीजों को परिजन बेहोशी की हालात में लाए थे। उन्हें बचाने के लिए डॉक्टरों ने हरसंभव प्रयास किया, लेकिन उनकी हालात बेहद (Swine Flu) नाजुक थी। इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दे दी गई है।
स्वाइन फ्लू पीडि़त हुए मरीजों का उपचार चल रहा था। मृत्यु होने की जानकारी नहीं है। नोडल ऑफिसर से बात करके बताता हूं।
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1. स्वाइन फ्लू को लेकर बज रही खतरे की घंटी, 3 नए मरीज मिलने से मचा हड़कंप
बिलासपुर जिले में धीरे-धीरे स्वाइन फ्लू ने पैर पसार लिया है। लगातार नए मरीजों की पहचान की जा रही है। 22 मरीजों के बाद 3 नए मरीज मिलने से हड़कंप मच गया है।
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स्वाइन फ्लू से इस जिले में हुई एक और मौत, अब तक 3 लोगों ने तोड़ा दम
स्वाइन फ्लू का कहर एक बार फिर छत्तीसगढ़ में देखने को मिल रहा है। एक और स्वाइन फ्लू के मरीज की मौत से हड़कंप मच गया है। प्रदेश में इस साल स्वाइन फ्लू से यह तीसरी मौत हुई है।
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