महाराष्ट्र सरकार द्वारा घोषित आत्मसमर्पण योजना के कारण और हिंसा के जीवन से तंग आकर नक्सलियों द्वारा पुलिस के सामने आत्म समर्पण किया जा रहा है। इसी कड़ी में शनिवार को कई घटनाओं में शामिल एक महिला नक्सली रिना बोर्रा नरोटे ऊर्फ ललीता ने गढ़चिरौली पुलिस के सामने आत्म समर्पण की है।
2006 में पेरमीली दलम में भर्ती हुई थी
नक्सली रिना बोर्रा माओवादियों के गढचिरौली विभाग को पूरी सामग्री की उपलब्ध कराने के लिए जिम्मेदार थी और कई घटनाओं में शामिल थी। रिना बोर्रा 2006 मे पेरमीली दलम में भर्ती हुई थी। इस दौरान वह 2020 में पेरमिली भट्टी वन क्षेत्र में हुए मुठभेड में सीधे तौर पर शामिल थी।
वर्ष 2019 में नैनवाडी वन क्षेत्र में हुए एक निर्दोष व्यक्ति के खून मे सीधे तौर पर शामील थी। रिना बोर्रा ने आत्म समर्पण के कारणों का पुलिस के सामने खुलासा करते हुए बताया कि दलम के वरिष्ठ नेता आंदोलन एवं लोगो के लिए पैसा इकठ्ठा करवाते थे। रकम को वरिष्ठ माओवादी विकास कार्य के लिए न करते हुए स्वयं के लिए इस्तेमाल करते हैं।