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स्वास्थ्य विभाग ने इस तरह की तस्वीरों के खींचे जाने और इसे सोशल मीडिया में वायरल करने को निजता का हनन बताया है। भाजयुमो ने आयुक्त की इस हरकत के खिलाफ पुलिस में शिकायत करते हुए एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग की है। पुलिस ने मामले को जांच में लिया है।
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राजनांदगांव के म्युनिस्पल स्कूल मैदान में नगर निगम ने 7 और 8 सितंबर को स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया था। शिविर में विभिन्न प्रकार की बीमारियों की जांच व इलाज की व्यवस्था नगर निगम ने की थी। नगर निगम के मुताबिक बड़ी संख्या में लोगों ने इस स्वास्थ्य शिविर का लाभ उठाया और जांच कराकर दवाईयां ली। शिविर के आयोजन को लेकर पहले ही विवाद था। अब नगर निगम आयुक्त (Nagar nigam commissioner) इसी आयोजन को लेकर नए विवाद में घिर गए हैं।
देर रात तस्वीरें वायरल
सोमवार 9 सितंबर की रात लगभग 1:00 बजे से लेकर साढ़े 1:30 बजे तक आयुक्त चंद्रकांत कौशिक ने स्वास्थ्य शिविर की तस्वीरें विभिन्न व्हाट्स-अप गु्रप में वायरल किया। इन तस्वीरों में कुछ तस्वीरें ऐसी थी जिसमें गर्भवती महिलाओं की सोनोग्राफी हो रही थी तो कुछ तस्वीरें इस तरह की थीं कि महिलाएं अंत:वस्त्र में जांच करा रही थीं। इन तस्वीरों के वायरल होने के बाद रात से ही बवाल मचना शुरू हो गया।
मना करने के बाद भी डालते रहे तस्वीरें
महिलाओं की इस तरह की तस्वीरों के साथ ही युवतियों की जांच कराते और बच्चों व पुरूषों की तस्वीरें लगातार डालने के बाद कुछ लोगों ने इसे आपत्तिजनक बताते हुए आयुक्त कौशिक से ऐसी तस्वीरें न डालने के लिए भी कहा लेकिन इसके बाद भी वे लगातार ऐसी तस्वीरें अलग-अलग गु्रप में शेयर करते रहे।
मेडिकल साइंस में है अनुचित
किसी भी प्रकार की मेडिकल जांच के दौरान इस तरह की तस्वीरों के खीचे जाने और उसे वायरल करने को मेडिकल साइंस के नजरिए से अनुचित माना गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) सीताराम बंजारे ने कहा कि अव्वल तो महिलाओं की जांच के दौरान तस्वीरें नहीं खींची जानी चाहिए और इसे वायरल भी नहीं करनी चाहिए। उन्होंने नगर निगम आयुक्त की इस हरकत को निजता का हनन बताया है।
आंदोलन की चेतावनी
भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) ने नगर निगम कमिश्नर चंद्रकांत कौशिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग को लेकर एसपी के नाम ज्ञापन सौंपा है। भाजयुमो उत्तरमंडल के अध्यक्ष सुमीत सिंह भाटिया के नेतृत्व में एएसपी यूबीएस चौहान को सौंपे ज्ञापन में कहा गया है कि आयुक्त कौशिक ने सोशल मीडिया में हेल्थ कैंप की कुछ तस्वीरें वायरल की जिसमें महिलाओं को आपत्तिजनक स्थिति में माना जा सकता है।
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ज्ञापन में कहा गया है कि यह कानून सम्मत नहीं है और अपराध की श्रेणी में आता है। भाजयुमो ने भारतीय दंड संहिता की धारा 354 (लज्जाभंग का अपराध) और आईटी एक्ट के तहत आयुक्त कौशिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार करने की मांग की है। 24 घंटे के भीतर गिरफ्तारी न होने की स्थिति में भाजयुमो ने आंदोलन की चेतावनी दी है।
सोनोग्राफी सहित महिलाओं की किसी भी अंतरंग जांच की तस्वीरें नहीं खींची जानी चाहिए। तस्वीरें खींची गई है तो यह गलत है। ऐसी तस्वीरों को वायरल करना भी अनुचित और निजता का हनन की श्रेणी में आता है।
-सीताराम बंजारे, सीएचएमओ, राजनांदगांव
भाजयुमो ने हेल्थ कैंप के दौरान खींची गई महिलाओं की आपत्तिजनक तस्वीरों को वायरल करने के मामले में नगर निगम कमिश्नर चंद्रकांत कौशिक के खिलाफ ज्ञापन सौंपा है। मामले की जांच कर विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।
-यूबीएस चौहान, एएसपी राजनांदगांव
मेरी मंशा किसी को अपमानित करने की नहीं थी। सूचना के लिए मीडिया गु्रप में बहुत सारी पोस्ट की थी। बाद में मुझे खुद अहसास हुआ कि इस तरह की तस्वीरें पोस्ट नहीं करनी चाहिए थी।
-चंद्रकांत कौशिक, आयुक्त नगर निगम, राजनांदगांव