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CG Election: राजनांदगांव निगम के 51 वार्डों में आरक्षण, देखें पूरी लिस्ट अब इन नेताओं को दोबारा निगम में मेंबर बनने या तो दूसरी सीट तलाशनी पड़ेगी या फिर घर की महिला सदस्यों को
चुनावी मैदान में उतारना पड़ेगा। गुुरुवार को संपन्न हुए आरक्षण की प्रक्रिया में महापौर हेमा देशमुख को चुनाव लड़ने में कोई दिक्कत नहीं है। जबकि नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु को निगम में दोबारा जाने के लिए दूसरे वार्ड में संभावना तलाशनी पड़ेगी। यदु का वार्ड ओबीसी महिला के लिए आरक्षित हो गया है।
चार एमआईसी मेंबर की आरक्षण ने छीनी सीट
आरक्षण से एमआईसी मेंबर्स के 4 वार्ड प्रभावित हुए हैं। जिसमें गणेश पवार, अमीन हुड्डा, संतोष पिल्ले, मधुकर बंजारी शामिल हैं। इन लोगों का वार्ड अब महिलाओं को लिए आरक्षित हो गया है। ऐसे में इन एमआईसी मेंबर के सदस्यों को फिर से निगम में पहुंचने दूसरे वार्डों से चुनाव लड़ने का विकल्प ढूंढना पडे़गा या फिर घर की महिला सदस्यों को चुनावी मैदान में उतारना पड़ेगा। भाजपा मंडल अध्यक्षों की हुई घोषणा
खैरागढ़. जिला
भाजपा द्वारा जिले के आठ मंडलों में से 7 मंडल अध्यक्षों की विधिवत घोषणा कर दी गई है। जिला भाजपा के 8 मंडल में से गंडई मंडल को छोड़ कर सभी 7 मंडलों में नए अध्यक्षों की नियुक्ति की गई है। जिला अध्यक्ष घमन साहू ने बताया कि मंडल वार रायशुमारी के बाद जिला भाजपा कोर कमेटी ने 3-3 दावेदारों के नाम का पैनल बनाकर प्रदेश भाजपा को भेजा था। जिस पर प्रदेश भाजपा के निर्देश पर जिला निर्वाचन अधिकारी चंदू लाल साहू ने जिला भाजपा कार्यालय पहुंचकर जिला भाजपा अध्यक्ष घमन साहू प्रदेश भाजपा कार्य समिति के सदस्य विक्रांत सिंह जिला,् सहायक निर्वाचन अधिकारी टीके चंदेल, विरेन्द्र जैन की उपस्थिति में सभी मंडल के निर्वाचन अधिकारी गण की उपस्थिति में प्रदेश से मिले बंद लिफाफे को मंडल में जाकर कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में खोलकर नामों की घोषणा की।
खैरागढ़ मंडल अध्यक्ष दिनेश वर्मा, बाजार अतरिया देव सेन, छुईखदान भावेश कोचर, मां नर्मदा मंडल में आनंद पटेल, साल्हेवारा मंडल में शत्रुहन साहू, पाड़ादाह में गोरे लाल वर्मा, ठेलकाडीह मे भोज बंजारे को अध्यक्ष की जवाबदारी सौंपी।
नेता प्रतिपक्ष का वार्ड प्रभावित
वहीं भाजपा से निगम में नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु का वार्ड और नगर निगम के पूर्व सभापति शिव वर्मा की मौजूदा वार्ड भी महिला आरक्षित है। यदु व वर्मा इस वार्ड से दोबारा चुनाव लड़ने की सपना पाले हुए थे। आरक्षण ने उनके इरादे पर पानी फेर दिया है। मिली जानकारी के अनुसार दोनों नेता अब पड़ोस के किसी दूसरे वार्ड से चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में हैं। वहीं शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर छाबड़ा के राह में आरक्षण का कोई असर नहीं पड़ा है। यानि उनका वार्ड अनारक्षित श्रेणी में आ गया है।
17 महिलाएं चुनावी मैदान में
राजनांदगांव निगम के 51 वार्डों में 16 वार्ड ओबीसी के खाते में चले गए हैं। इस बीच अनुसूचित जनजाति के लिए 3 और अनुसूचित जाति के लिए 6 सीट आरक्षित किया गया है। कुल 17 महिला अभ्यर्थी वार्डों में चुनाव लड़ती नजर आएंगी। 26 वार्ड अनारक्षित श्रेणी में हैं। निगम में आरक्षण की स्थिति स्पष्ट रूप से सामने आने के बाद कई दावेदार सक्रिय हो गए हैं। चुनावी जंग में कूदने के लिए नए दावेदारों की फौज भी है। साथ ही पूर्व पार्षदों को भी चुनाव लड़ने की इच्छा है। बताया जा रहा है कि प्रत्यक्ष प्रणाली में महापौर और पार्षद के लिए मतदाता वोट डालेंगे। ऐसे में इस बार चुनाव काफी दिलचस्प होने के आसार है। वहीं कई पार्षदों के लिए आसन्न निकाय चुनाव जीत हार के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण रहेगा। वर्तमान में राजनांदगांव नगर निगम में कांग्रेस का कब्जा है।