खैरागढ़ के अमलीपारा समिति में सबसे ज्यादा धान की खरीदी की गई थी यहां किसानों की संख्या भी सबसे ज्यादा है। यहां के कुल 3035 किसानों ने अपना धान बेचा था। यहां 76761 क्ंिवटल मोटा और 63084 क्विंटल पतला धान खरीदा गया। यहां किसानों को लगभग 9 करोड़ 26 लाख रूपए की अंतर की राशि का भुगतान होगा। आमदनी में कुल 1566 किसानों को 4 करोड़ 51 लाख रूपए, बढ़ईटोला के 1936 किसानों को लगभग 5 करोड़ का भुगतान होगा। किसानों की संख्या के हिसाब से सबसे कम खरीदी वाली समिति डोकराभाठा के 1406 किसानों को लगभग साढ़े चार करोड़ रूपए, सलोनी समिति के 2373 किसानों को अंतर की राशि लगभग 6 करोड़ 35 लाख रूपए, जालबांधा समिति के 1869 किसानों को अंतर की राशि लगभग 5 करोड़ 55 लाख रूपए और मड़ौदा समिति के 1495 किसानों को अंतर की राशि लगभग 4 करोड़ 65 लाख रूपए का भुगतान सीधे उनके खाते में होगा।
सरकार द्वारा धान का मूल्य 25 सौ रूपए प्रति क्ंिवटल दिए जाने की घोषणा के बाद आखिरकार गुरूवार को इसकी शुरूआत होगी और अंतर की राशि चार किश्तों में सीधे किसानों के खातों में पहुँचेगी। सात समितियों के किसानों को मोटा धान के लिए लगभग 25 करोड़ 82 लाख 30 हजार रूपए का भुगतान किया जाएगा जबकि पतला धान के अंतर की राशि 14 करोड़ 49 लाख 30 हजार रूपए से अधिक का भुगतान खातों में आएगा। समितियों में इस बार लिंकिंग वसूली में भी किसानों से 40 करोड़ रूपए से अधिक की राशि वसूल की गई थी। अंतर की राशि आने से किसानों को बड़ी राहत की उम्मीद है।
पर्यवेक्षक जिला सहकारी बैंक खैरागढ़, मक सुदन साहू ने कहा कि धान खरीदी के तहत समर्थन मूल्य पर खरीदी प्रक्रिया पूरी होने के बाद अंतर की राशि भी सीधे किसानों के खातें में ही आएगी। इसके चार किश्तों में आने की जानकारी है। खैरागढ़ में लगभग 40 करोड़ रूपए से अधिक की राशि किसानों को मिलेगी।