जांच के बाद पता चला कि वे दोनों कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। यह खबर सुनकर दोनों की तबीयत और ज्यादा बिगड़ गई। दोनों को धीरे-धीरे सांस लेने में दिक्कत होने लगी। इसके बाद घर वालों ने दोनों की तबीयत में कोई सुधार नहीं होते देख भिलाई के हाईटेक अस्पताल में भर्ती कराया, पर इलाज के दौरान 13 मई को सुबह पुष्पलता रामटेके की सांस लेने में दिक्कत की वजह से मौत हो गई, वहीं शाम को पति एनबी रामटेके की भी मौत हो गई।
शिक्षक रामटेके के निधन से शिक्षा जगत में भी शोक की लहर है। उनकी मृत्यु से क्षेत्र के पूरे शिक्षक, क्षेत्रवासी, बौद्ध समाज में शोक की लहर है। रामटेके कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण से जूझ रहे थे। उन्होंने माध्यमिक शाला औंधी व जामड़ी में सेवा दी है। वर्तमान में रामटेके जामड़ी माध्यमिक शाला में प्रधान पाठक के रुप में पदस्थ थे, उन्हें 30 जून को सेवानिवृत्त होना था। इसके पहले ही कोरोना वायरस से मौत हो गई। उनके निधन पर क्षेत्र के लोगों ने शोक संवेदना व्यक्त की है।