गांववालों ने पड़ोसी महिला पर लगाया जादू-टोना का आरोप, घर घुसकर लाठी-डंडों से जमकर पीटा….केस दर्ज
इस बार भी 19 सितंबर से उत्सव की शुरुआत होगी। पूरे 11 दिनों तक शहर में रौनक रहेगी। आजादी की लड़ाई के दौर में बाल गंगाधर तिलक ने देशभर के लोगों से आह्वान किया था कि गणपति उत्सव को सार्वजनिक रूप से मनाया जाए। आशीष चितलांग्या ने बताया कि इस आह्वान पर बाल समाज गणेशोत्सव समिति का गठन किया और ऊर्जावान युवाओं को इसमें शामिल कर 1934 में गणेश की प्रतिमा स्थापित की। सार्वजनिक रूप से उत्सव शुरू किया।छत्तीसगढ़ PSC में बेटे-बेटियों, रिश्तेदारों के सलेक्शन पर हाई कोर्ट ने जारी किया नोटिस, हो सकता है बड़ा फैसला
बाल समाज ने ही निकाली पहली झांकी Ganesh Chaturthi 2023: इस संस्था को अब 89 वर्ष हो चुके हैं और परंपरा आज भी कायम है। संस्था से जुड़े नंदू भूतड़ा ने बताया कि गणेशोत्सव के साथ ही विसर्जन झांकी का सिलसिला भी बाल समाज ने ही शुरू किया। इसके बाद अन्य समितियों की ओर से परंपरा को अपनाया गया। अब तो शहर में 30 से अधिक विसर्जन झांकियां निकलती है।कवर्धा में सरपंच सहित 9 जुआरी गिरफ्तार, दमगढ़ जंगल में खेल रहे थे जुआ….पुलिस ने दबोचा
आज बप्पा का होगा स्वागत शहर में 19 सितंबर से गणेशोत्सव की शुरुआत होगी। पंडालों में गणेश प्रतिमा रखी जाएगी। सुबह-शाम पूजा-पाठ का दौर चलेगा। पूरे 11 दिनों तक शहर में उत्सव मनाया जाएगा। धार्मिक आयोजनों का सिलसिला चल पड़ेगा।– बाल रत्न मंच सेवा समिति की ओर से पंडाल में नंदनवन की स्थल झांकी बनाई जा रही है।
– महावीर मंडल द्वारा पंडाल में 14 फीट की गणेश प्रतिमा रखी जाएगी। लाइटिंग आकर्षक होगी।