ड्रग इंस्पेक्टर संजय झाड़ेकर ने बताया कि चिचोला में दबिश देकर आयुर्वेदिक चूर्ण में एलोपैथिक दवाई मिला कर बेचते हुए हरियाणा के दो लोगों को पकड़ा गया है। मिलावटी दवाई सेवन से किडनी, लीवर व अन्य बीमारी का खतरा है। दोनों के खिलाफ कार्रवाई करने पुलिस में आवेदन किया गया है।
ड्रग इंस्पेक्टर संजय झाड़ेकर ने बताया कि जितेन्द्र सिंह और अंकित द्वारा बेचे जा रहे आयुर्वेदिक दवाई की जांच की गई। जांच में आयुर्वेदिक चूर्ण में एलोपैथिक दवाई मिला कर बेचने का खुलासा हुआ। उन्होंने बताया कि दोनों आरोपी हरमाह 6 व 20 तारीख को चिचोला पहुंचते और मिलावटी दवाई बेच कर लोगों से ठगी करते आ रहे हैं। ड्रग इंस्पेक्टर झाड़ेकर ने बताया कि 6 अक्टूबर को मौके पर पहुंच कर बेचे जा रहे दवाइयों का सैंपल लिया गया था। 20 अक्टूबर को दोनों को चिचोला में दवाई बेचते पकड़ा गया है।
दोनों आरोपी द्वारा हर माह दो दिन दुकान लगाकर शुगर, बीपी, लकवा सहित अन्य बीमारियों का आयुर्वेदिक दवाई बेचने के नाम पर मिलावटी दवाई लोगों को खपाया जा रहा था। हर माह आरोपियों 300 से 400 लोगों को लाखों रुपए का दवाई बेच कर उनके साथ धोखाधड़ी कर रहे थे। मिलावटी दवाई सेवन से लोगों में किडनी व लीवर सहित अन्य बीमारी होने का खतरा है। फिलहाल ड्रग विभाग द्वारा दोनों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है। वहीं पुलिस में भी दोनों के खिलाफ कार्रवाई करने आवेदन किया गया है।