मौसम विभाग ने मिचौंग तूफान की वजह से छताीसगढ़ के कई जिलों में बारिश और झड़ी की चेतावनी जारी की थी। सोमवार को मौसम में अचानक बदलाव हुआ और बारिश शुरू हो गई। वहीं बुधवार को दिन भर आसमान पर बदली छाई रही और दोपहर बाद झड़ी शुरू हो गई। बारिश के वजह से पारा 6 से 7 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया और ठंड बढ़ गई है।
रायपुर के लालपुर स्थित मौसम केन्द्र से मिली जानकारी के अनुसार तमिलनाडू और आंध्रप्रदेश के तट से टकराए मिचौंग तूफान की वजह से ऊपरी हवा का एक चक्रीय चक्रवाती खेरा दक्षिण पश्चिम राजस्थान और उसके आसपास लगभग डेढ़ किलो मीटर की ऊंचाई पर बना हुआ है। वहीं दक्षिण पश्चिम राजस्थान से उत्तर तेलंगाना तक विदर्भ होते हुए एक द्रोणिका भी 1.5 किलोमीटर की ऊंचाई तक स्थित है। एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवर्ती घेरा उत्तर प्रदेश के मध्य भाग में डेढ़ किलो मीटर की ऊंचाई तक स्थित है। इन सब के प्रभाव से छत्तीसगढ़ में बारिश हो रही है। शुक्रवार से मौसम साफ होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
लगातार बारिश की वजह से तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की गई है। बारिश के बाद जिले में पारा 6 से 7 डिग्री नीचे गिर गया और ठंड बढ़ गई। वहीं बेमौसम बारिश से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। बुधवार को भी दिन भर बदली छाने व ठंडी हवा चलने और बारिश से लोग घरों में दुबके रहे। बाजार व सडक़े सूनी रही। लोगों को गर्म कपड़े में लिपटे व अलाव तापते देखा गया।
ऐसे में खेत और खरीदी केन्द्र में सड़ जाएगा धान
बारिश की वजह से उपार्जन केन्द्रों में धान की खरीदी प्रभावित हो रही है। मिली जानकारी के अनुसार केन्द्रों में पर्याप्त कैप कवर नहीं होने से लाखों क्विंटल धान भीग गए हैं। जिला प्रशासन के अधिकारी व सहकारी समिति के कर्मचारी केन्द्रों में पड़े धान को बचाने कैप कवर की व्यवस्था में लगे हुए हैं। कई खरीदी केन्द्रों में धान का उठाव नहीं होने से जाम की स्थिति है और धान रखने जगह नहीं है। वहीं जिले में सैकड़ों एकड़ की फसल की कटाई नहीं हुई है। कटाई नहीं होने धान के फसल को काफी नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
बारिश से सब्जियों को काफी नुकसान
लगातार हो रही बारिश से जिले में लगे सब्जियों को काफी नुकसान होने की जानकारी सामने आई है। टमाटर, बैगन सहित हरी सब्जियों को काफी नुकसान पहुंचा है। वहीं गेहूं व अन्य फसलों को भी बारिश से नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है।