गुरुवार शाम तक महापौर के लिए सात लोगों ने नाम निर्देशन फॉर्म ले लिया है, जिमसें दो कांग्रेस समर्थित हैं, वहीं एक आम आदमी पार्टी से तो चार निर्दलीय शामिल हैं। मतलब अब तक किसी भी भाजपा समर्थित उम्मीदवार ने मेयर के लिए
नामांकन फॉर्म नहीं लिया है। 51 वार्डों में पार्षदों की बात की जाए तो अब तक 61 उम्मीदवारों ने नाम निर्देशन फॉर्म लिया है, जिसमें 12 भाजपा समर्थित, 24 कांग्रेस, 4 निर्दलीय और एक आदमी पार्टी फार्म लिया है। इनमें से एक निर्दलीय महिला उम्मीदवार ने नामांकन फार्म जमा भी करा दिया है।
डिजिटल प्रचार भी शुरू
एक तरफ तो बड़े प्रमुख दल ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है, तो दूसरी ओर निकाय चुनाव में भाग लेने की उम्मीद लगाए बैठे उम्मीदवारों ने डिजिटल प्लेटफॉर्म व सोशल मीडिया में प्रचार-प्रसार भी शुरू कर दिया है। इनमें निगम से लेकर
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के उम्मीदवार भी शामिल हैं।
यहां उम्मीदवारों की अधिकता
राजनांदगांव नगर निगम के लिए मेयर का पद अनारक्षित है, इसके साथ ही राजनांदगांव पूर्व मुख्यमंत्री व विस अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह का भी क्षेत्र है। इस वजह से भी यहां दोनों दल के साथ ही निर्दलीय उम्मीदवारों की लंबी कतार लगी हुई है। विधानसभा चुनाव में भी सबसे अधिक प्रत्याशी राजनांदगांव विस में थे। इस वजह से यहां दो ईवीएम मशीन लगाने की जरूरत पड़ गई थी।
आप व शिवसेना की भी तैयारी
निकाय चुनाव में आम आदमी पार्टी और शिवसेना भी दमखम दिखाने की तैयारी में है। आम आदमी की ओर से जहां महापौर पद के लिए नामांकन फार्म लिया गया है, वहीं पार्षद के लिए नामांकन फार्म लिए जा रहे हैं। वहीं शिवसेना की ओर से भी मेयर और दर्जनभर वार्ड में पार्षद प्रत्याशियों के उतरने की संभावनाज जताई जा रही है। ऐसे में राजनांदगांव निगम चुनाव बेहद रोचक होने वाला है। मेयर के लिए अब तक सात लोगों ने और पार्षद के लिए 61 उम्मीदवारों ने नाम निर्देशन फॉर्म लिया है। इनमें से एक पार्षद उम्मीदवार ने फॉर्म जमा भी करा दिया है। – खेमलाल वर्मा, सहायक रिटर्निंग अफसर