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Navratri 2024: गजब संयोग… अष्टमी-नवमी एक दिन, फिर भी नवरात्रि पूरे 9 दिन नवरात्र पर्व को लेकर पुलिस व जिला प्रशासन के अधिकारी भी जुटे हुए हैं। इधर दुर्ग-भिलाई-रायपुर की ओर से आने वाले पदयात्रियों के लिए रूट तय कर दिया गया है। अंजोरा से हाइवे के बांयी ओर को पदयात्रियों के लिए सुरक्षित करते हुए ट्रैफिक के लिए वन-वे किया जाएगा। पदयात्री रायपुर नाका होते हुए पुराना बस स्टैंड से रेलवे स्टेशन रोड होते हुए मोतीपुर पहुंचेंगे, जहां से सीधे डोंगरगढ़ पहुंचेंगे।
शहर में बनाए गए हैं आकर्षक व भव्य पंडाल
राजनांदगांव शहर के मां पाताल भैरवी मंदिर में तकरीबन दो हजार मनोकामना ज्योति कलश स्थापित किए जाएंगे। इसके अलावा शीतला मंदिर, काली मंदिर और अन्य देवी मंदिरों में भी ज्योति कलशों की स्थापना की जाएगी। शहर में जगह-जगह माता की प्रतिमा स्थापित करने क लिए भव्य व आकर्षक पंडाल बनाए गए हैं। बुधवार को देवी प्रतिमाओं को मूर्तिकारों द्वारा अंतिम रूप दिया गया।
सेवा पंडालों में 360 स्वास्थ्य कर्मचारी
अंजोरा दुर्ग बाइपास से डोंगरगढ़ तक 60 सेवा पंडाल होंगे। जहां पदयात्रियों के लिए आराम करने से लेकर स्वलपाहार की व्यस्था होगी। इन सेवा पंडालों में प्राथमिक चिकित्सा सुविधा होगी, जिसके लिए प्रत्येक सेवा पंडालों में दो-दो स्वास्थ्य कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। 360 स्वास्थ्य कर्मचारी श्रद्धालुओं की सेवा 24 घंटे तैनात रहेंगे। इसके अलावा 14 एंबुलेंस भी तैनात किए गए हैं।
सुरक्षा के तगड़े इंतजाम
डोंगरगढ़ मां बलेश्वरी में 8 से 10 लाख श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचने की उमीद है। ऐसे में सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन भी अलर्ट मोड पर रहेगा। तकरीबन नौ सौ जवानों की ड्यूटी लगाई गई है, दर्जनभर अधिकारी इसकी मॉनिटरिंग करेंगे। नवरात्र को लेकर डोंगरगढ़ में एक्सप्रेस ट्रेनों का स्टापेज बढ़ाया गया है। वहीं लोकल ट्रेनों का फेरा भी बढ़ाया गया है। साथ ही राजनांदगांव से डोंगरगढ़ तक रेलवे स्टेशनों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।
7 को पंचमी व 11 को अष्टमी व नवमी तिथि
शुभ मुहुर्त में देवी प्रतिमाओं के साथ मनोकामना ज्योति कलशों की स्थापना की जाएगी। नौ दिनों तक देवी मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना होगी। 7 अक्टूबर को पंचमी के अवसर पर माता का विशेष श्रृंगार-पूजन होगा। 11 अक्टूबर को दुर्गाष्टमी मनाई जाएगी। इसके बाद ज्योत-जंवारा और देवी प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा।