दरअसल, स्कूल में बच्चों की प्रार्थना चल रही थी। तभी वहां सामने खड़े बच्चे गायत्री मंत्र बोलने लगे। इस पर शिक्षक दुष्यंत राणा पहुंचे और उन्हें डांटने लगे, कहा कि तुम्हें किसने बोला रुकने का, किसने बोला यह मंत्र बोलने का? यह पूरा घटनाक्रम स्कूल के ही एक शिक्षक ने रिकॉर्ड कर लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। बाद में जिस शिक्षक ने वीडियो बनाया उसे भी फटकार लगाई गई। इस बीच स्कूल के बच्चों ने एक शिक्षिका पर आरोप लगाए गए कि वे स्कूल में नमाज भी पढ़ती हैं। इधर, शिक्षक दुष्यंत राणा का कहना है कि मेरा कोई इरादा मंत्र रोकने या बंद कराने का नहीं था। शासन के निर्देश अनुसार ही मैंने बात की। सप्ताह में एक दिन मंत्र बोलने का शेड्यूल है बस वही मैं कह रहा था। हालांकि शिक्षक से लिखित जवाब शिक्षा विभाग और एसडीएम ने मांगा है। एसडीएम ने कहा कि अब स्कूल में रोजाना गायत्री मंत्र कराया जाएगा।
शिकायत और पूरे मामले के तूल पकड़ लेने के बाद एसडीएम त्रिपाठी ने संबंधितों की बैठक एसडीएम कार्यालय में ही की। उन्होंने बीइओ दीलिप शर्मा, सीएम राइज स्कूल के प्राचार्य सज्जनसिंह यादव, संबंधित बच्चों को डांटने वाले शिक्षक दुष्यंत राणा को बुलाया और स्पष्टीकरण मांगा। इस पर शिक्षक ने अपना तर्क प्रस्तुत किया और लिखित जवाब एसडीएम के समक्ष रखा। इस बीच एबीवीपी कार्यकर्ता और हिंदू उत्सव समिति के सदस्य भी मौजूद थे। जिन्होंने दो दिन में कार्रवाई करने की मांग की। इधर, शिक्षक ने स्पष्टीकरण दिया कि मेरी बात को गलत समझा गया, मेरा ऐसा कोई भावनाएं आहत करने वाला इरादा नहीं था।
एबीवीपी-हिंदू उत्सव समिति कार्रवाई पर अड़े
सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुए उक्त वीडियो के बाद ब्यावरा के हिंदू संगठन, एबीवीपी और हिंदू उत्सव समिति आगे आई। सभी ने एसडीएम राकेश मोहन त्रिपाठी को ज्ञापन सौंपा। जिसमें संबंधितों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि यदि जल्द से जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो संगठन आंदोलन करेंगे। किसी भी बच्चे को धार्मिक मंत्र बोलने से रोकने का अधिकार किसी को नहीं है। सीएम राइज स्कूल की मनमानियों की कई शिकायतें हमारे पास है, इन पर कड़ी से कड़ी वैधानिक कार्रवाई की जाए।
लिखित जवाब मांगा
स्कूल की शिकायत सामने आई थी, जिस पर संबंधितों को तलब किया था। उनसे लिखित जवाब मांगा है। बैठक में तय हुआ है कि अब वहां नियमित गायत्री मंत्र का जाप कराया जाएगा। किसी को रोकने का किसी को अधिकार नहीं है। बाकी मामले को हमने जांच में लिया है।
-राकेश मोहन त्रिपाठी, एसडीएम, ब्यावरा