दरअसल, सुठालिया परियोनजा में जिले की ब्यावरा विस के 220 गांव लाभांवित हो रहे हैं, इसके अलावा जो बचे हुए 43 गांव भी अब लिंक परियोजना के माध्यम से लाभांवित हो जाएंगा। पार्वती नदी के माध्यम से उक्त परियोजना का असर यहां होगा। वहीं, सारंगपुर में कालीसिंध नदी के माध्यम से करीब 21 गांव के किसान लाभांवित होंगे।
कुल 64 गांव की जमीन का सिंचित रकबा इस परियोजना के माध्यम से बढ़ेगा। जिलास्तर पर इस आयोजन की तैयारियां शुरू की जा चुकी हैं। हालांकि वर्ष-2019 में शुरू हुई सुठालिया परियोजना का काम अभी काफी धीमा है, महज 25 फीसदी काम ही हो पाया है।
अब माना जा रहा है कि लिंक परियोजना के माध्यम से काफी फायदा इस प्रोजेक्ट को भी मिलेगा, काम में तेजी आने के आसार हैं।
सारंगपुर के ये गांव होंगे लाभांवित
परियोजना के तहत आने वाले घटिया खुर्द बेराज से विकासखंड सारंगपुर के गांव लाभांवित होंगे। निपानियातुला, पठारी जागीर, खेरखेड़ी, तिसाई, लीमा चौहान, श्यामगीघाटा, खजूरियाघाटा, बारोल, मेहताबपुरा, बिरगढ़ी, भाटखेड़ी, बापचा, बिरजीपुरा, भवानीपुरा, कुपा, काचरियाभाई, पाड़ल्यामाताजी, दुग्या, सुल्तानपुरा, चापनी और ढाकनी सहित अन्य गांव इनमें जुड़ेंगे।
ब्यावरा के ये गांव लाभांवित होंगे
परियोजना का हिस्सा रही कुंभराज वृहद ङ्क्षसचाई परियोजना से विकासखंड ब्यावरा के गांव लाभांवित होंगे। अमानपुरा, अमरगढ़, अमृतपुरा, बरखेड़ी, बेड़ाबे, भूकनी, बिसोनिया, दहेरीखेड़ा, दंड, गोलाखेड़ा, गुरजपुरा, हरनाथपुरा, हयातपुरा, झिरी, कडिय़ा, कालीकराड़, कडिय़ाखेड़ी, कानेड़, कनाडिय़ा, खुचनी, कोडिय़ापुरा, काकुंडनपुरा, लालपुरिया, मैमनपुर, मोडबड़ली, नाहरगढ़, नापानेरा, नारायणपुरा, नेटाठारी, नेवज, रायपुरिया, राजपुरा, रतनपुरिया, रलाई, समरखो, सरस्याबे, शिकारपुरादंड, सुठालिया, ताजपुरा, तलावपुरा, टोंका गांव के किसानों को इससे फायदा मिलेगा।
राजगढ़ कलेक्टर ने निर्देश जारी किए
17 तारीख को होने वाले भूमिपूजन कार्यक्रम को लेकर यहां भी तैयारियां की जा रही हैं। राजगढ़ कलेक्टर ने निर्देश जारी किए हैं जिसके तहत गांवों से कलश यात्राएं निकाली जाएंगी। जिनका समापन सारंगपुर में पाड़ल्या माता और ब्यावरा में गोलाखेड़ा में होगा। दोनों ही गांवों में मुख्य आयोजन होगा। प्रधानमंत्री के संबोधन को सुनने वीसी के माध्यम से संबंधित लाभांवित गांव के हितग्राही रहेंगे। उनका लाइव संबोधन सुनाने के लिए यहां एलईडी स्क्रीन सहित अन्य प्रबंध किए जाएंगे। एसडीएम, जनपद सीईओ और जल संसाधन विभाग के एसडीओ को इसका जिम्मा दिया है।
छूटे गांव लाभांवित होंगे
लिंक परियोजना से क्षेत्र के काफी किसानों को लाभ मिलने वाला है। वैसे ही सुठालिया परियोजना से ब्यावरा के गांव के किसानों को फायदा मिला है लेकिन जो छूटे थे वे अब पार्वती-चंबल- कालीसिंध ङ्क्षलक परियोजना से लाभांवित होंगे। सारंगुपर- ब्यावरा दोनों जगह के 64 गांव के किसान इसका फायदा ले पाएंगे। इस कार्यक्रम में का लाइव प्रसारण उक्त गांवों में होगा।