संकट मोचन कॉलोनी में रहने वाले दिनेश शर्मा और उनकी पत्नी दोनों ही तीन दिन पहले अपनी बच्ची को तलाश रही थे। लेकिन वह अपनी सहेली के साथ घूमने के लिए गई थी। जब लौट कर आई तो दोनों ने न सिर्फ सडक़ पर उसकी मारपीट की, बाद में कमरे में बंद करके जमकर पीटा और उसको घर से भगा दिया। दो दिन तक वह संकट मोचन कॉलोनी के ही मंदिर में रही। लेकिन मामले की जानकारी पार्षद प्रतिनिधि केपी पंवार और अन्य लोगों को लगी तो वह बच्ची से मिलने के लिए पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी ली। इसके बाद पुलिस को भी सूचना देते हुए चाइल्ड लाइन को भी पूरे मामले से अवगत कराया। मामला गंभीर होने के कारण चाइल्डलाइन ने बच्ची को राजगढ़ बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया। जब बच्ची के बयान लिए गए तो बच्ची ने बताया कि उसके साथ माता-पिता दोनों ही मारपीट करते हैं। इसके अलावा जिस दिन वह सहेली के साथ घूमने गई थी। लौटने आने के बाद मारपीट करते हुए घर से भी भगा दिया। बाल कल्याण समिति की रिपोर्ट के बाद माता-पिता दोनों के खिलाफ पुलिस ने बाल को संरक्षण अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।
अब कौन रखेगा बच्ची को
माता-पिता का कहना है की बच्ची बिन बताएं गई थी, जिसके कारण उसे डांट लगाई थी। लेकिन जिस तरह से उसने अन्य लोगों के कहने पर यह कार्रवाई की है अब हम उसे नहीं रखेंगे। अब सवाल उठता है बेटी का हमदर्द कौन बनेगा या फिर शान द्वारा चलाए जा रहे हैं किसी आश्रम में उसे आश्रम मिलेगा।
बाल कल्याण समिति की रिपोर्ट के आधार पर यह प्रकरण दर्ज किया गया है। बच्ची से माता-पिता काम करते थे और मारपीट भी करते थे। जैसा कि बालिका ने बताया है।
-उमेश यादव, थाना प्रभारी राजगढ़