प्रश्नकाल के दौरान शिक्षा से जुड़े सवाल पर जैसे ही मंत्री दिलावर जवाब देने लगे, कांग्रेस विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि शिक्षा मंत्री जब तक अपने बयान के लिए माफी नहीं मांगेंगे, तब तक हम इन्हें नहीं सुनेंगे। आदिवासियों पर इनके बयान से हर कोई आहत है। अब तक माफी नहीं मांगना यह साबित करता है कि इन्होंने जानबूझकर आदिवासियों का अपमान किया। इस बीच कई कांग्रेसी विधायक वेल की तरफ बढ़ने लगे।
इस्तीफे की मांग पर अड़ा विपक्ष
हंगामे के बीच ही दिलावर जवाब देते रहे। इस्तीफे की मांग पर अड़ा विपक्ष नारेबाजी करता रहा। ऐसी स्थिति दो बार बनी। दिलावर का जवाब पूरा हुआ तभी हंगामा शांत हुआ। विपक्ष ने दिलावर को घेरने की रणनीति के तहत काम किया। इस घटनाक्रम के बीच दिलावर अपनी कलई पर हाथ फेरते हुए हथकड़ी के रूप में डोटासरा की तरफ इशारा करते नजर आए।
डोटासरा की निगाहें दिलावर पर टिकी रही…
डोटासरा की नजर शिक्षा मंत्री दिलावर पर निगाहें टिकी रही। कार्यवाही के दौरान दिलावर भाजपा विधायक कल्पना देवी के पास पहुंचे और खड़े-खड़े ही बात करने लगे। डोटासरा ने विधानसभा अध्यक्ष को इस पर आपत्ति जताई। दिलावर अपनी सीट पर आने की के लिए बीच रास्ते में से लौटने लगे तो फिर डोटासरा ने टोका। दिलावर को वापस पीछे लौटना पड़ा।