इंट्रीग्रेटिट पॉवर डेव्हल्पमेंट सिस्टम (आईपीडीएस)के तहत नगरपालिका सीमा क्षेत्र के शहरी इलाकों में बिजली कंपनी मध्य क्षेत्र द्वारा शहर के ईदगाह के नजदीक एलॉट हुई जमीन पर तीसरा पावर हाउस का निर्माण जल्द ही छह महीने में पूरा हो जाएगा। इससे बिजली की ट्रिंपिंग की समस्या न बल्कि हल होगी । बल्कि शहर में पॉवर हाउसों की संख्या में भी इजाफा हो जाएगा।
बिजली कंपनी के डीई एसपी दुबे, एई राहुल अग्रिहोत्री ने बताया कि तीसरा पॉवर हाउस बिजली सबस्टेशन के आकार लेने के बाद उपभोक्ताओं की बिजली समस्या से काफरी हद तक निजात मिल सकेगा। इसीलिए शहर में केबलीकरण और ट्रांसफार्मरों के लगाने का कार्य अमले ने शुरू कर दिया है। शुक्रवार को सुबह बिजली लाइनमैन, हेल्परों का अमला जिला अस्पताल के नजदीक नई डीपी खंभों पर स्थापित करता हुआ नजर आया।इंजीनियरों की टीम इस काम की सतत् मॉनीटरिंग कर रही थी।
ईदगाह के समीप पॉवर हाउस का निर्माण शुरू विभागीय सूत्रों के अनुसार ईदगाह के नजदीक बिजली कंपनी रायसेन द्वारा दूसरे बिजली सब स्टेशन का निर्माण कराया जा रहा है। यहां के पावर हाउस में कंट्रोल पावर सिस्टम, बड़े ट्रांसफार्मर आदि स्थापित कराए जाएंगे। सबकुछ ठीक ठाक रहा तो करीबन ६ महीनों के अंदर पावर हाउस बनकर तैयार हो जाएगा। इस सिस्टम के तहत शहर में ४८ नये ट्रांसफार्मरों के लगाने के साथ ही शहरी क्षेत्र की पुरानी खराब केबिल को बदल दिया जाएगा। साथ ही जंफर भी बदले जाएंगे। इस तरह रायसेन शहर में कि दो पावर हाउस हो जाएंगे। तीसरा पावर हाउस ग्रामीण क्षेत्र का पाटनदेव में सागर रोड टोल टैक्स बैरियर के पास है। यहां से गांवों में बिजली सप्लाई की जाती है।
रायसेन शहर में इंट्रीग्रेटिट पॉवर डेव्हल्पमेंट सिस्टम (आईपीडीएस)के तहत बिजली सिस्टम को सुधारने के उद्देश्य से नए ट्रांसफार्मर लगाए जा रहे हैं। कुछ हिस्सों के पुराने जंफर व पुरानी केबिलों को भी बदला जा रहा है। पावर हाउस निर्माण कराने के लिए ईदगाह के नजदीक जमीन एलॉट होने केबाद उसका निर्माण भी प्रारंभ हो चुका है। पावर हाउस निर्माण छह महीनों में हो जाएगा।इस सिस्टम को सुधारने के लिए करीब पांच करोड़ रूपए भारत सरकार ऊर्जा विकास मंत्रालय से स्वीकृत हुए हैं। एसपी दुबे,डीई मप्र बिजली वितरण कंपनी डीई रायसेन