आपको बता दें कि, इस मामले में आज सुबह ही मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभूराम चौधरी ने सर्किट हाउस के पास गोपालपुर से खरगावली तक बनने वाले फोरलेन सड़क की समीक्षा की थी। शाम को ही सागर तिराहे से दरगाह तक बनने वाली सड़क पर ठेकेदार ने डारमरीकरण कर डाला। हालांकि, हैरानी की बात ये है कि, ये डामरी करण उस समय किया गया, जब क्षेत्र में मुसलाधार बारिश हो रही थी।
यह भी पढ़ें- नदी में ट्रॉली पलटने से मां – बेटे की दर्दनाक मौत, परिवार को ट्रेक्टर के नीचे दबा छोड़ ड्राइवर फरार
बड़ा सवाल
मामला सामने आने के बाद जब मीडिया की ओर से ठेका कंपनी के इंजीनियर से सवाल किया गया तो उन्होंने जवाब दिया कि, बारिश से एन पहले डामर मौके पर आ गया था। अब आया हुआ डामर खराब न हो जाए, इसलिए सड़क का डामरीकरण कर दिया गया। इस दौरान मौके पर पीडब्लूडी का टीम कीपर भी मौजूद थे। हालांकि, उन्होंने जब मीडियाकर्मियों को अपने सामने देखा तो वो काम रुकवाने में जुट गए। लेकिन, अब इस घटनाक्रम के बाद सवाल ये उठता है कि, जब मंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट का ये हाल तो जिले में चल रहे अन्य सड़क निर्माणों की गुणवत्ता का हाल क्या होगा ?