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रायपुर

योजश्वी को 9 गोल्ड, 12 दिन के बच्चे को लेकर रिहर्सल में पहुंची मां

रविवि का 27वां दीक्षांत समारोह

रायपुरFeb 19, 2024 / 11:14 pm

Tabir Hussain

योजश्वी को 9 गोल्ड, 12 दिन के बच्चे को लेकर रिहर्सल में पहुंची मां

विक्ट्री का साइन दिखाती योजश्वी, नवजात के साथ मां पूजा।

रविवि के 27 वें दीक्षांत समारोह में योजश्वी को 9 गोल्ड मिलेंगे जबकि मधु साहू को 7 गोल्ड। धमतरी की रहने वाली योजश्वी ने बताया, मैंने जेईई मेन दिया था। मुझे एनआईटी त्रिचि मिला था लेकिन दूरी की वजह से मैंने इंजीनियरिंग छोड़ रविवि चुना। 12वीं तक मैंने यूजी के लिए विषय नहीं चुना था। इतना पता था कि एमएससी करना है। अभी मैं सीएसआईआर नेट की तैयारी कर रही हूं। आगे मुझे असिस्टेंट प्रोफेसर बनना है। मैंने कभी सोचा नहीं था कि 9 गोल्ड मिलेंगे। जूनियर्स के लिए कहा कि जितना हो सके रोजाना पढ़ा करें। छोटे प्रयास आगे चलकर बड़े साबित होते हैं। पिता टीचर हैं और मम्मी हाउसवाइफ। मुझे एनआईटी छोडऩे पर कोई मलाल नहीं है क्योंकि आज जो खुशी मिल रही है वह उससे भी बड़ी है।

नवजात के साथ पहुंचीं पूजा
पूजा यादव ने स्व सहायता समूह पर शोध किया है। रिहर्सल में वे 12 दिन की बच्ची के साथ पहुंचीं। पूजा ने बताया, मैं कॉलेज की फैकल्टी भी रही। पीएचडी की पढ़ाई के लिए भी रोजाना जाया करती थी। मां बनने के दौरान परिवार का सपोर्ट मिला।

पिता डॉक्टर, बेटी का सपना असिस्टेंट प्रोफेसर बनना

एमएससी कर रहीं मधु साहू को 7 गोल्ड मिलेंगे। वे कहती हैं गोल्ड मिलेगा यह मैंने सोचा था और न उस हिसाब से पढ़ाई की। मैं शुरू से नॉर्मल पढ़ाई करते रही। परीक्षा के दो महीने पहले विशेष ध्यान दिया। मेरा इरादा असिस्टेंट प्रोफेसर बनने का है। पिता डॉक्टर हैं और मां हाउसवाइफ।

तनाव से ही मोटिवेशन मिलता है

सत्यनारायण साहू ने बताया, मुझे बी. लिब. में तीन गोल्ड मिले हैं। मैंने नेट क्वालीफाई क्या है। सीजीपीएससी के जरिए लाइब्रेरियन की तैयारी कर रहा हूं। एक सवाल में सत्या ने कहा, तनाव से ही मोटिवेशन मिलता है। विपत्तियों का सामना करने के बाद ही हम आगे बढ़ते हैं।

ओपी चौधरी से हुई प्रेरित

डी. प्रगति कोसले को हिस्ट्री मास्टर्स में दो गोल्ड मिले हैं। उन्होंने बताया कि नेट के बाद सीजीपीएससी की तैयारी करूंगी। सिविल सर्विसेस की प्रेरणा कहां से मिली? इस पर प्रगति ने बताया कि स्कूल में थी तब तत्कालीन कलेक्टर ओपी चौधरी आए थे। उन्हें देखकर मैंने प्रशासनिक सेवा में जाने का मन बनाया।
खुद को आगे लेकर जाना है

आंचल गुप्ता को द पॉलिटिकल सांइस में ४ गोल्ड मिले हैं। वे कहती हैं, मैं सरकारी नौकरी के लिए प्रयास करूंगी। पापा का बिजनेसमैन है और मम्मी हाउसवाइफ। सक्सेस प्वाइंट पर बोलीं- मुझे किसी को पीछे नहीं करना है खुद आगे लेकर जाना है

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