COVID-19: राजधानी समेत इन इलाकों में फिर डराने लगा कोरोना, तेजी से बढ़ने लगे केस
कोरोना की शुरुआत से ही महिला स्टाफ सेवाएं दे रही हैं। सैंपलिंग, टेस्टिंग, कोविड19 हॉस्पिटल और कोरोना केयर सेंटर में महिला स्टाफ कदम से कदम मिलाकर काम कर रही हैं। फिर चाहे वे डॉक्टर हों, नर्स हों या फिर सफाईकर्मी। वर्तमान में कोरोना टीकाकरण के इस दौर में पुरुषों की अपेक्षा महिला स्टाफ टीके लगाने का जिम्मा दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 700 से अधिक महिला वैक्सीनेटर पूरे प्रदेश में टीके लगा रही है। बच्चों के नियमित टीकाकरण अभियान में 5000 से अधिक एएनएम जुटी हैं। प्रदेश में 50.47 प्रतिशत महिलाएं टीका लगवा चुकी हैं।छत्तीसगढ़ सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सहित दो मंत्री हुए कोरोना पॉजिटिव, स्वास्थ्य विभाग की बढ़ी चिंता
89.55 हेल्थ केयर वर्कर्स को लगे टीके
जबकि प्रदेश में सबसे पहले हेल्थ केयर वर्कर्स को 16 जनवरी से टीके लगने शुरू हुए थे। प्रदेश में अब तक 89.55 प्रतिशत वर्कर्स को टीके लग चुके हैं। राज्य में 2,75,036 हेल्थ केयर वर्कर्स ने पंजीयन करवाया था, जिनमें से 2,46,302 टीके की पहली डोज लगवा चुके हैं। वहीं 43.08 प्रतिशत ने दूसरी डोज भी लगवा ली है। 76.94 फ्रंट लाइन वॉरियर्स को पहला डोज भी लग चुका है। सेकंड डोज भी लगनी शुरू हो चुकी है। ये आंकड़े अच्छे माना जा सकते हैं।