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पड़ताल में सामने आया कि राज्य को 2 कंपनियों से अब तक 7 खैप में 7,97,110 डोज मिली हैं। इससे साफ है कि देश में किस प्रकार वैक्सीन का संकट गहराया हुआ है, कंपनियां सप्लाई ही नहीं कर पा रहीं। जबकि राज्य ने 75-75 लाख डोज के ऑर्डर 26 अप्रैल को ही जारी कर दिए थे। उधर, इनमें 7,97,110 डोज में से 7,41,198 (25 मई तक) लग चुके थे। अब राज्य स्वास्थ्य की तरफ से स्पष्ट कर दिया है कि वैक्सीन आएगी तो जिलों में भेजी जाएगी, अब सिर्फ इंतजार ही कर सकते हैं।टीकाकरण टोटल रिकॉल: आनन-फानन में हुई थी शुरुआत
अप्रैल के आखिरी हफ्ते में राज्य सरकार ने स्पष्ट किया था कि भारत बायोटेक सिर्फ 1.50 लाख टीके उपलब्ध करवाने जा रहा है, सिरम इंस्टीट्यूट की तरफ से कोई कंफर्मेशन नहीं आया है। इतने कम डोज में टीकाकरण की शुरुआत संभव नहीं। जिसे नहीं लगेगा वही चढ़ाई कर देगा। मगर, अचानक से 30 अप्रैल को सरकार ने कहा कि 1 मई को 1.50 लाख कोवैक्सीन मिल रही है और हम टीकाकरण शुरू करने जा रहे हैं। सरकार ने 3 वर्गों में वैक्सीन का आरक्षण कर टीकाकरण शुरू किया। मामला हाईकोर्ट पहुंचा और फिर सरकार ने 4 वर्गों में आरक्षण कर दिया।
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ग्लोबल टेंडर भी नहीं होगा
10 से अधिक राज्यों ने ग्लोबल टेंडर निकाला ताकि विदेशी वैक्सीन निर्माता कंपनियां टेंडर में हिस्सा लें, उनसे वैक्सीन खरीदी की जा सके। मगर, एक कंपनी ने भी निविदा नहीं भरी। यही वजह है कि छत्तीसगढ़ सरकार भी ग्लोबल टेंडर नहीं कर रही। ‘पत्रिका’ से बातचीत में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि विदेशी कंपनियां अपने ही देश में वैक्सीन की आपूर्ति नहीं कर पा रही हैं,इसलिए टेंडर निकालने से अभी कोई फायदा नहीं।
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बीते 5 दिनों में ऐसे घटता गया 18 प्लस का टीकाकरण का आंकड़ा
तारीख- कुल टीकाकरण
20 मई- 34,729
21 मई- 25,244
22 मई- 19,955
23 मई- 16,166
24 मई- 13,705
25 मई- 10,119