मादक पदार्थो की तस्करी को रोकने में मिलेंगी मदद
इसके खुलने से ओडिशा और आंध्रप्रदेश के रास्ते हो रही मादक पदार्थो की तस्करी को रोकने में मदद मिलेगी। साथ ही मध्यप्रदेश के इंदौर तक दौड़ नहीं लगानी पडे़गी। तीन दिवसीय प्रवास पर गृहमंत्री शाह 23 अगस्त को रात 10 बजे रायपुर आएंगे और नवा रायपुर के होटल में रात्रि विश्राम करेंगे। इसके बाद 24 अगस्त को सुबह साढ़े 10 बजे नवागांव और फिर 11 चंपारण जाएंगे। वहां आधा घंटे रुककर वापस रायपुर लौटेंगे और दोपहर 12 बजे से नक्सल मामलों की इंटरस्टेट कोआर्डिनेशन कमेटी की बैठक लेंगे।
बता दे कि इस बैठक में नक्सल प्रभावित
छत्तीसगढ़ के साथ ही मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, ओडिशा, झारखंड के साथ ही छ्त्तीसगढ़ के डीजीपी अशोक जुनेजा, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, गृह विभाग के सचिव के साथ ही नक्सल ऑपरेशन से जुडे़ हुए अधिकारी शामिल होंगे। इस दौरान नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन, कानून व्यवस्था, प्रभावित इलाकों में कराए जा रहे विकास कार्य, फोर्स एव संसाधनों की समीक्षा करेंगे।
क्या है NCB का कार्य ?
स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (Narcotics Control Bureau) का मुख्य उद्देश्य अखिल भारतीय स्तर पर मादक पदार्थों की तस्करी को रोकन और खत्म करना है। भारत में नशीली दवाओं के कानून प्रवर्तन के मामले में नोडल एजेंसी के रूप में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) की भूमिका हाल के दिनों में प्रमुखता से उभरी है। यह कई कारणों से है, घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों। एनसीबी मादक पदार्थों की तस्करी से लड़ने में भारत की ड्रग कानून प्रवर्तन एजेंसियों के कर्मियों को संसाधन और प्रशिक्षण भी प्रदान करता है। एनसीबी भारत के सीमांत पर भी नज़र रखता है जहाँ विदेशी तस्करों की गतिविधियाँ हो सकती हैं।