सब कुछ लुटाया, वो दूसरे की हो गई
देव ने बताया, मैं एक बायोलॉजिकल लड़की के प्यार में था। लेकिन वो मुझसे चीटिंग कर रही थी। एक दिन उसका झूठ सामने आ गया। मैं काफी डिप्रेशन में चला गया। उससे उबर पाना मेरे लिए मुश्किल था। विद्या से मिलने के बाद लगा कि जिंदगी एक मौका फिर से दे रही है। हमें लगा कि हम जिंदगी साथ गुजार सकते हैं।बुरे वक्त में मिला साथ, फिर आए करीब
एक ट्रांसजेंडर रोटी, कपड़ा, मकान के अलावा प्यार और सम्मान चाहता है। इनमें से मुझे प्यार की जरूरत ज्यादा थी। मेरा बचपन से सपना था कि मेरी जिंदगी में कोई राजकुमार आए। दिल्ली में मेरा एक फ्रेंड है आर्यन पाशा। मैंने उससे कहा कि आगे की जिंदगी ट्रान्स मैन के साथ गुजारना चाहती हूं। मैंने एक मैसेज लिखकर आर्यन को भेजा। उसने इसे सर्कुलर कर दिया। मेरे पास 5 मेल आए। मैंने पांचों से बात की। उनमें से देव मुझे पसंद आए। बातचीत चल ही रही थी कि मैं एक सर्जरी कराने गई। मैं अकेली थी। मेरी तबीयत भी खराब हो गई थी। जैसे ही देव को पता चला वो आए और हॉस्पिटल में मेरी देखरेख की। उनने मेरी इतनी केयर की कि मुझे परिवार की याद नहीं आई। इस दौरान हम भावनात्मक और मानसिक तौर पर एक-दूसरे के करीब आ गए।