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छत्तीसगढ़ को जुलाई में 24 लाख डोज मिली थी। राज्य सरकार को अधिक डोज मिलने की उम्मीद थी। तब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर 1 करोड़ डोज की मांग की थी। अगस्त के कोटे में भी 4.10 लाख डोज की कटौती कर दी गई है। अब जो वैक्सीन उपलब्ध है वह सभी आयुवर्ग के लिए है। ऐसे में इनके शत-प्रतिशत टीकाकरण में लंबा वक्त लग जाएगा। सवाल है कि ऐसे में कैसे कोरोना से जंग जीती जाएगी। वैक्सीन खरीदी से लेकर वितरण की पूरी प्रक्रिया केंद्र सरकार के हाथों में है।यह भी पढ़ें: कोरोना के बीच नया खतरा: रायपुर में इस बीमारी के 2 मरीज मिले, जानें और बचाव
1.01 लाख मिली, 3 लाख और आ रही- केंद्र से बुधवार को राज्य को 1 लाख 1 हजार कोविशील्ड की डोज मिली हैं। 3 लाख डोज जल्द मिलेंगी। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि 3-4 लाख डोज एक दिन में ही खत्म हो सकती हैं। डोज कम हैं इसलिए टीकाकरण केंद्रों की संख्या भी 1000 से 1200 के बीच ही रखी जा रही है, ताकि रोजाना 40-50 हजार डोज लग सकें।यह भी पढ़ें: बड़ी राहत: 65 प्रतिशत से अधिक हर्ड इम्युनिटी, मगर अभी भी नियम से चलना होगा
वैक्सीन के 2 चरण
1- केंद्र के निर्देश पर 26 अप्रैल को राज्य सरकार ने कंपनियों को वैक्सीन खरीदी का ऑर्डर दिया। 2.50 लाख कोवैक्सीन के साथ 1 मई से टीकाकरण शुरू कर दिया गया।
2- जब राज्यों ने वैक्सीन की अनुपलब्धता को लेकर केंद्र को कहा तो 21 जून से पूरी व्यवस्था केंद्र ने अपने हाथों में लेकर सभी राज्यों को 18 से 44 आयुवर्ग के लोगों के लिए नि:शुल्क वैक्सीन देना शुरू किया। इसके लिए केंद्र के कोविन पोर्टल में पंजीयन करवाना अनिवार्य है।
पहली डोज लगी- 41,74,789 (कुल 31 प्रतिशत)
दूसरी डोज लगी- 1,78,458 (कुल 1 प्रतिशत)