14 लोगों से किराए में कार लगाने का झांसा
एजेंसी संचालक दानेश्वर निषाद ने खुद को सरकारी विभागों का
ठेकेदार बताया। उसने दावा किया कि शासकीय विभागों में किराए से कार लगाता है। यह सुनकर धर्मेंद्र ने भी अपनी कार उसे 35 हजार रुपए मासिक किराए पर दे दिया। इसका एग्रीमेंट भी किया गया। इसके बाद तय समय में धर्मेंद्र मासिक किराए के लिए दानेश्वर से संपर्क किया, तो उनका मोबाइल बंद मिला। इसके बाद धर्मेंद्र इंद्रप्रस्थ कॉलोनी में दानेश्वर के ऑफिस पहुंचा।
वहां से दानेश्वर फरार था। वह 14 लोगों से किराए में कार लगाने का झांसा देकर कार लिया था। बाद में उन सभी कारों को किसी दूसरे को बेच दिया था। इसकी
शिकायत पर टिकरापारा पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज किया था। रविवार को पुलिस ने दानेश्वर को गिरतार कर लिया। आरोपी से 14 कार बरामद किया गया है।