544 लोगों ने किया है भुगतान योजना के तहत 1068 लोगों को रोजगार शुरू करने के लिए ऋण दिया गया है। इनमें से 544 लोगों ने लोन की पूरी किस्त चुका दी हैं। (CG Breaking News) इसके बाद इन लोगों का बैंकों में खुला लोन खाता भी बंद कर दिया गया है। रिकवरी के लिए नोटिस की प्रक्रिया भी विभाग के द्वारा की जा रही है।
ऐसे चल रही है वसूली की प्रक्रिया – लोन नहीं पटाने वाले बकायेदारों को तीन बार नोटिस जारी किया जा रहा है। – नोटिस के बाद बकाया राशि नहीं देने पर उनके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की जाएगी।
– बकायेदार से कुर्की के लिए संपत्ति नहीं मिलती है, तो उसके गारंटर से लोन की राशि होगी वसूल। पुराने बकायेदार हैं, जिनसे विभाग अब तक रिकवरी नहीं कर पाया है। विभाग इसके बकायेदारों को नोटिस भेजकर रिकवरी करने की कोशिश कर रहे है। (Raipur News Today) जनवरी से लेकर अप्रैल तक विभाग 3 लाख 57 हजार 282 रुपए की रिकवरी कर चुका है। वर्षों से रिकवरी नहीं होने से योजना को ही बंद कर दिया गया है। बेरोजगारों को इस योजना का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है।
दो लाख का लोन 5 वर्ष तक के लिए मिनीमाता स्वावलंबन योजना के तहत किसी भी हितग्राही को दो से पांच लाख रुपये तक लोन दिया जाता है। लोन की ब्याज दर 4 प्रतिशत है। (Raipur News in Hindi) लोन को अदा करने के लिए बकायेदार को पांच साल का समय दिया जाता है। बावजूद लोग यह लोन अदा नहीं कर पाए हैं।
75 प्रतिशत मिलता है प्रोत्साहन लाभ योजना के तहत तीन साल तक लगातार ऋिण की राशि जमा करने पर हितग्राही को ब्याज का 75 प्रतिशत प्रोत्साहन के रूप में दिया जाता है। फंड के अभाव में योजना अब बंद पड़ी हुई है।
मिनीमाता योजना के तहत 500 से ज्यादा कर्जदारों से रिकवरी की जा रही है। कई नोटिस भी जारी किया जा चुका है। (CG News Update) नोटिस के बाद कुछ हितग्राहियों ने किस्तें चुकाना बंद कर दिया है।
– सुरेश कुमार वर्मा, कार्यपालन अधिकारी, जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास विभाग